Marriage Rituals : इन दोनों शादी का सीजन चल रहा है, जहां देखो वहां शहनाइयों की गूंज सुनाई दे रही है। सभी मैरिज गार्डन, हॉल इत्यादि फूल है। शादी विवाह के दौरान सभी समुदाय के लोग अलग-अलग तरह की परंपराएं निभाते हैं और सभी परंपराओं का खास महत्व होता है। इनमें से एक में भी यदि भूल हो जाए, तो शादीशुदा जोड़े को काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
शादी की रस्म माटी-मटकोर के साथ शुरू होती है। जब धरती माता को प्रणाम करते हुए यह कामना किया जाता है कि शादी के दौरान किसी भी तरह की अड़चने आए 3 से 4 दिनों तक चलने वाले शादी समारोह के दौरान मेहंदी, हल्दी, तिलक, कन्यादान व्रत थी।
सिंदूर दान
विदाई, पकफेरे जैसी रस्म शामिल है। इनमें से एक जो सबसे महत्वपूर्ण रस्म है। वह सिंदूरदान है, सात फेरे लेने से पहले सिंदूर दान किया जाता है, जब लड़की पूरी तरह से अपने पति की हो जाती है। यह महिलाओं के यह महिलाओं के लिए मुख्य श्रृंगार होता है।
महत्व
बहुत सी जगहों पर सिंदूर की रस्म के दौरान पर्दा कर दिया जाता है, जिसे लोग नहीं देख पाते हैं। हालांकि, आजकल का ट्रेडीशन थोड़ा जमाने के हिसाब से बदल रहा है, लेकिन आज भी इसका महत्व वही है। अक्सर आपने ऐसा देखा होगा कि सिंदूर भरते समय उनकी नाक पर यह गिर जाता है, जिसे काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। बड़े बुजुर्गों के अनुसार, सिंदूर का नाक पर गिरना इस बात का संकेत होता है कि उन्हें अपने पति से ढेर सारा प्यार मिलेगा और वह अपने शादीशुदा जीवन से बेहद खुश रहेगी। उन्हें कभी किसी चीज की कोई तकलीफ नहीं होगी, पति का साथ उनके हाथ में विश्वास को बढ़ाएगा। साथ ही दोनों कदम-से-कदम मिलाकर जीवन के हर पहलुओं को समझदारी के साथ जिएंगे।
इस बात का होता है संकेत
इसलिए यदि नाक पर सिंदूर गिर जाता है, तो लोग इसे पोछने नहीं देते हैं और इसे पोछना ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार भी उचित नहीं है। गलती से यदि कपड़े या हाथ से उस सिंदूर को पोछ दिया जाए, तो यह अशुभ माना जाता है। इसके अलावा, सिंदूर का नाक पर गिरना माता लक्ष्मी के आगमन का भी संकेत माना जाता है। ऐसी दुल्हन घर में प्रवेश करते ही अपने साथ खुशियों की बौछार लाती है। इन्हें ससुराल में ढेर सारा प्यार मिलता है, पैसों की कभी कोई तंगी नहीं होती।