मदर्स डे 2025 (Mother’s Day 2025) इस बार 11 मई को मनाया जाएगा। यह दिन उन अनकहे एहसासों को जाहिर करने का मौका है, जो हम हर रोज महसूस तो करते हैं, लेकिन कह नहीं पाते।
मां सिर्फ एक रिश्ता नहीं, वो हर रिश्ते की जड़ होती है त्याग, ममता और निस्वार्थ प्रेम का ऐसा प्रतीक, जो बिना किसी उम्मीद के बस देता ही रहता है। मदर्स डे हमें याद दिलाता है कि इस नायाब रिश्ते को वक्त देकर, उसे सच्चे दिल से सम्मान देना कितना जरूरी है।

मां के लिए दिल से निकली कुछ खास कविताएं
इस मौके को खास बनाने के लिए हम लाए हैं कुछ छोटी मगर बेहद प्यारी हिंदी कविताएं, जो दिल से निकली हैं और मां के दिल को जरूर छू जाएंगी। ये कविताएं सिर्फ शब्द नहीं, वो भावनाएं हैं जिन्हें हम अक्सर महसूस करते हैं लेकिन बयान नहीं कर पाते। आप चाहें तो इन्हें अपनी मां को सुना सकते हैं, कार्ड में लिख सकते हैं या सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी भावनाएं साझा कर सकते हैं।
मदर्स डे पर मां के लिए दिल को छू लेने वाली कविताएं
1. मां की ममता
तेरी गोद में मिली जो राहत,
उसे दुनिया दे न सकी कभी कीमत।
तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगे,
तू है तो हर दुआ पूरी लगे।
2. मां का आंचल
मां का आंचल छांव है प्यारी,
जैसे हो सर्दी में धूप उजियारी।
जिसे थामे तो डर नहीं लगता,
मां की ममता से कुछ नहीं सस्ता।
3. मां की दुआएं
हर सुबह तेरा चेहरा याद आता है,
तेरी दुआओं में चैन मिल जाता है।
बिना कहे जो समझ ले दिल की बात,
वो सिर्फ मां है, उसका नहीं कोई जवाब।
4. मां का प्यार
कभी डांट में भी छुपा प्यार दिखा,
कभी मुस्कान में सारा संसार दिखा।
जिसने हर दर्द चुपचाप सहा,
वो मां ही थी, जो हमेशा रहा।