भारत में एक से बढ़कर एक रहस्यमई चीजे हैं, जो अपने साथ इतिहास और संस्कृति समेटे हुए है। भारत के विभिन्न स्थान पूरे विश्व भर में जाने जाते हैं। यहां एक से बढ़कर एक नदी, झील-झरने, तालाब आदि है, जिन्हें देखने के लिए पर्यटक दूर दराज से अपने फैमिली, फ्रेंड्स या फिर पार्टनर के साथ पहुंचते हैं। भारत में नदी को देवी का स्थान दिया गया है। यहां एक से बढ़कर एक पवित्र नदियां बहती हैं, जहां लोग किसी खास अवसर पर डुबकी लगाकर स्नान करते हैं और विधि-विधान पूर्वक उनकी पूजा अर्चना भी करते हैं। सनातन धर्म में नदियों को लेकर काफी महत्व बताए गए हैं। हर नदी की अपनी अलग-अलग कथा है, जिसका एक उद्गम स्थल भी होता है।
ऐसे में आज हम आपको भारत की उस राज्य के बारे में बताएंगे, जिसे नदियों का मायका कहा जाता है। केवल इतना ही नहीं, इनका ससुराल भी बगल में ही है। इस राज्य का नाम जानना सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी जरूरी है।

मध्य प्रदेश है नदियों का मायका
दरअसल, इस राज्य का नाम मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) है। जिसे भारत का दिल भी कहा जाता है। यहां सबसे अधिक नदियां बहती हैं। इसी कारणवश यह राज्य नदियों का मायका कहलाता है। बता दें कि यहां 200 से भी अधिक नदी बहती हैं। जिनमें सभी छोटी-बड़ी नदी शामिल है। इन सभी का अपना अलग-अलग महत्व है। खास दिनों में यहां मेला आदि का भी आयोजन किया जाता है। इन नदी के तटों पर पूजा की जाती है। इसके अलावा, यह एमपी के टूरिज्म को भी बढ़ावा देता है, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।
ये राज्य है नदियों का ससुराल
बता दें कि यह नदी इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भेड़ाघाट, रायसेन, अमरकंटक, महेश्व, आदि जैसे जिलों में कर सकते हैं। इन नदियों को शहर की जीवनरेखा मानी जाती है, जो अपने साथ अनोखी संस्कृती और इतिहास समेटे हुए है। यहां आने वाले पर्यटक नौका विहार का भी आनंद उठाते हैं। वहीं, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत का उत्तर प्रदेश राज्य नदियों का ससुराल कहा जाता है।