हर सफर के दौरान पेट करता है परेशान, इन टिप्स से जर्नी को बनाएं ‘हैप्पी जर्नी’

Amit Sengar
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जीवनशैली,डेस्क रिपोर्ट। कुछ लोगों का पेट हमेशा उस वक्त धोखा देता है जब वो घर वालों से मिली हैप्पी जर्नी (Happy Journey) की शुभकामनाओं का शुक्रिया अदा कर सफर पर निकलते हैं। लेकिन जैसे ही सफर शुरू होता है, खाने और पानी में जरा सी ऊंच नीच होती है पेट हैप्पी जर्नी की सारी हैप्पीनेस खत्म कर देता है। उसके बाद खट्टी डकारें, उल्टी आने का डर, जी घबराना बस यही फीलिंग्स साथ में लग जाती हैं। ऐसे नाजुक पेट वालों को सफर पर जाने से कुछ दिन पहले और सफर के दौरान ही कुछ सावधानियां बरतना शुरू कर देना चाहिए। ताकि, सफर में पेट आपका पूरा साथ दे।

फल खाएं
सफर पर निकलने वाले हों तो फलों को अपनी डाइट में जगह दें। ब्रेकफास्ट में जितना फल हो सकें उतने खाएं। ये नियम सफर पर जान से पहले से लेकर सफर करते समय तक अपनाएं। जिस जगह घूमने जा रहे हैं उस जगह के स्थानीय फल भी खाएं। इससे आपका हाजमा अच्छा रहेगा। तो, पेट से संबंधित दूसरी बीमारियां भी नहीं होंगी।

कच्ची सलाद न खाऐं
फल खाना जितना फायदेमंद है कच्ची सलाद आपको उतना ही परेशान कर सकती है। खासतौर से ऐसी सलाद जो किसी होटल या ढाबे पर पहले से कटी मिल रही है। ऐसी सलाद फायदे की जगह नुकसान करती है। साथ ही ये आपकी गट लाइनिंग को भी तकलीफ दे सकती है। इसलिए कच्ची सलाद न खाना ही अच्छा है।

कार्ब्स कम से कम खाएं
कार्ब्स को अपनी डाइट में कम से कम रखें। आपको जितनी भूख है उससे थोड़ा कम ही खाना खाएं। इसके अलावा जंक फूड और फास्ट फूड से जितना दूर रह सकें उतना दूर रहें। अगर कुछ खाने का मन करे भी तो बहुत कम मात्रा में खाना ही फायदेमंद होगा।

हाइड्रेट रहें
सफर के दौरान जितना हो सके पानी पिएं। खासतौर से नारियल पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं। शरीर में पानी की जितनी कमी होगी पेट की समस्या उतनी ज्यादा बढ़ेंगी। इसलिए पानी पीने से गुरेज न करें।

*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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