अमीर बनना है तो इन 8 आदतों को कहिए गुड बाय

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। जीवन में भला धनवान कौन नहीं बनना चाहता। इसके लिए हम जीजान मेहनत करते हैं, खुद को थका डालते हैं। पैसे कमाने के लिए, समृद्धि के लिए क्या करना है ये बात हमें कई लोग भी बताते हैं। हमारे बुजुर्ग, जीवन में सफल हो चुके लोग, दोस्त और किताबों में भी हमें सफल बनने के गुर बताते हैं। लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं जो हमें नहीं करनी चाहिए। अगर हमें समृद्धि चाहिए तो कुछ बातों को पूरी तरह अपने जीवन से दरकिनार करना जरुरी है। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि सफलता की राह पर आगे बढ़ने के लिए आपको क्या नहीं करना चाहिए।

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  • सुबह देर तक मत सोइये। देर तक सोने से आप अपने दिन को छोटा कर देते हैं और आपकी प्रोडक्टिविटी कम हो जाती है।
  • खराब हाइजीन..आप अपने स्वास्थ्य का चाहें जितना ध्यान रखें लेकिन अगर हाइजीन की ओर ध्यान नहीं है तो सब व्यर्थ है। आपकी ये आदत आपको और आसपास के लोगों..सभी को प्रभावित करते हैं इसलिए अच्छी हाइजीन की आदत डालिए।
  • अपनी असफलता की जिम्मेदारी न लेना। अपनी नाकामी के लिए अगर आप हालात या किसी और को दोषी ठहराते हैं तो फिर आप कभी समझ ही नहीं पाएंगे कि चूक कहां हुई। इस कारण आपके आगे के प्रयासों में भी असफलता की आशंका बढ़ जाती है।
  • दूसरों की मदद पर निर्भर रहना। अगर आपको अपने काम या मुश्किलें सुलझाने के लिए दूसरों की सहायता चाहिए तो ये एक खराब लक्षण है।
  • अपना बहुत सारा समय टीवी देखने में बर्बाद करना। मनोरंजन जरुरी है लेकिन अगर आप लगातार देर रात तक टीवी में व्यस्त रहते हैं तो दिमाग निष्क्रिया हो जाता है और अगले दिन का रुटीन भी बर्बाद होता है।
  • अगर आप बहुत ज्यादा खेल प्रेमी हैं और अपना समय व पैसा खेल देखने में लगाते हैं तो ये भी एक नुकसान पहुंचाने वाली आदत हो सकती है। ये बात खिलाड़ियों के हक में जाएगी आपके नहीं।
  • अगर आपके पास कोई इमरजेंसी फंड और सेविंग नहीं है तो आपको लोन की जरुरत पड़ सकती है। किसी भी सूरत में लोन लेना आपकी रेगुलर इनकम को प्रभावित करता है।
  • अपने आसपास के सबसे करीबी लोगों को देखिए। अगर उनमें नकारात्मस सोच वाले लोग हैं तो आपकी प्रोग्रेस पर इसका प्रभाव पड़ेगा। आप अपने करीबी लोगों की मानसिकता से प्रभावित होते हैं और इसका असर आपकी कार्यक्षमता पर पड़ता है।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।