शहरी भागदौड़ से हो गए हैं परेशान, Panchayat 3 के फुलेरा गांव में जाएं घूमने

Panchayat 3: फुलेरा गांव मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित एक खूबसूरत गांव है। यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और गर्मजोशी से मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है।

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Panchayat 3: पंचायत 3, जो 28 मई को अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हुई, दर्शकों के बीच खूब लोकप्रिय हो रही है। यह सीरीज़ अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) की कहानी है, जो एक युवा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है और सरकारी नौकरी की तलाश में है। उसे उत्तर प्रदेश के फुलेरा नामक गांव में पंचायत सचिव का पद मिल जाता है, और अनिच्छा से वो इस नौकरी को स्वीकार कर लेता है।

कहां है फुलेरा गांव

पंचायत 3 की लोकप्रियता के साथ, दर्शकों के बीच फुलेरा गांव, जहां सीरीज की शूटिंग हुई थी, के बारे में जानने की उत्सुकता भी बढ़ रही है। इस सीरीज में दिखाए गए फुलेरा गांव ने भी दर्शकों का ध्यान खींचा है। कई लोगों के मन में यह सवाल है कि क्या फुलेरा नाम का कोई वास्तविक गांव है। हालांकि, फुलेरा नाम का कोई वास्तविक गांव उत्तर प्रदेश में नहीं है, जहाँ कहानी बताई गई है। दरअसल, सीरीज की शूटिंग मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के महोदिया गांव में हुई थी। यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहां आकर आप पंचायत 3 के सेट्स देख सकते हैं, ग्रामीण जीवन का अनुभव कर सकते हैं और शानदार दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

कई लोग महोदिया गांव की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और पंचायत 3 से जुड़ी यादों के लिए जाना जाता है।यहां कुछ कारण दिए गए हैं कि महोदिया गांव क्यों खास है।

1. प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें

फुलेरा गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा यह गांव हरियाली से भरा हुआ है। यहाँ आप ताजी हवा में सांस ले सकते हैं, शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं और प्रकृति के खूबसूरत नज़ारों को देख सकते हैं।

2. ग्रामीण जीवन का अनुभव करें

शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर, फुलेरा गांव आपको ग्रामीण जीवन का सच्चा अनुभव देगा। यहाँ आप किसानों को खेतों में काम करते हुए, बच्चों को स्कूल जाते हुए और ग्रामीणों को आपस में बातचीत करते हुए देख सकते हैं।

3. पंचायत 3 के सेट्स देखें

अगर आप Panchayat 3 के फैन हैं, तो आपको फुलेरा गांव जरूर जाना चाहिए। यहाँ आप सीरीज में दिखाए गए कई सेट्स देख सकते हैं, जिनमें प्रधान का घर, पंचायत कार्यालय और अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) का घर शामिल हैं।

4. गर्मजोशी से भरा स्वागत

महोदिया गांव के लोग मिलनसार और मेहमाननवाज हैं। वे आपको अपने गांव में खुले दिल से स्वागत करेंगे और आपको यहां रहने का अद्भुत अनुभव कराएंगे।अगर आप प्रकृति, शांति और ग्रामीण जीवन से प्यार करते हैं, तो महोदिया गांव आपके लिए एक आदर्श स्थान है। यहां आकर आप पंचायत 3 की यादों को ताज़ा कर सकते हैं और एक अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे पहुंचे पंचायत 3 के फुलेरा गांव 

महोदिया गांव, जिसे पंचायत 3 में फुलेरा गांव के रूप में दिखाया गया है, मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित है। यह भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर और सीहोर से 30 किलोमीटर दूर है। गांव तक पहुंचने के लिए, आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं।

सड़क मार्ग: भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों से महोदिया गांव तक नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। आप अपनी कार या किराए की टैक्सी भी ले सकते हैं।

रेल द्वारा: निकटतम रेलवे स्टेशन सीहोर रेलवे स्टेशन है, जो गांव से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। स्टेशन से आप टैक्सी या बस ले सकते हैं।

हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा भोपाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो गांव से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से आप टैक्सी या बस ले सकते हैं।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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