सर्दियों में स्वस्थ रहने के लिए सेवन करें अदरक से बने हलवे का, जानें बनाने की प्रक्रिया

Shashank Baranwal
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ginger halwa

Ginger Halwa Recipe: दिसंबर का महीना आने वाला है। इस दौरान कड़ाके की ठंड पड़ने लगती है। वहीं इस दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। क्योंकि इस समय वायरल, खांसी, जुकाम और कई बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा हो जाता है। ऐसे में आपको अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। वहीं सर्दियों के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए आपको अदरक का सेवन करना चाहिए। अदरक आपको सर्दियों के मौसम में स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके लिए आप अदरक का हलवा भी बना सकते हैं। अदरक में मौजूद पोषक तत्व आपकी इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि अदरक का हलवा कैसे बनाया जा सकता है।

इसे बनाने की सामाग्री

  • 500 ग्राम अदरक
  • 250 ग्राम गुड़
  • 100 ग्राम घी
  • काजू
  • बादाम
  • किशमिश
  • अखरोट, अन्य ड्राई फ्रूट्स

अदरक का हलवा बनाने की प्रक्रिया

  • अदरक का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले आपको अदरक को खूब अच्छे से धोना पड़ता है।
  • धोने के बाद इसका पेस्ट बनाने के लिए इसे मिक्सर में डालें।
  • एक फ्राई पैन या छोटी कढ़ाई में घी डाल कर गर्म करें।
  • थोड़ी देर गर्म होने के बाद अदरक के पेस्ट को उसमें डाल दें।
  • अब अदरक के पेस्ट को खूब अच्छे से भूनें।
  • इसमें अब आप गुड़ मिला दें और लाल होने तक पकाएं।
  • अब इसमें काजू, बादाम, किशमिश, अखरोट के साथ अन्य ड्राई फ्रूट्स को डाल दें।
  • इन सबको इसमें मिक्स कर के अच्छे से पकने दें।
  • वहीं पानी सूख जाने पर गैस को बंद कर दें।
  • आपका हलवा बन के तैयार हो जाएगा। इसे आप एक सप्ताह तक खा सकते हैं।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है। अमल में लाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।)

 

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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