World Sleep Day 2024: स्वस्थ जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी है अच्छी नींद लेना। ये आपकी दिनभर की थकान को पलभर में दूर कर देती है। सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप अच्छी नींद लें। लेकिन आजकल बदलती लाइफस्टाइल की वजह से लोग नींद से जुड़ी समस्याओं के शिकार होते जा रहे हैं। ऐसा माना गया है कि सामान्य व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। ऐसा नहीं करने पर आपको कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जो सेहत के लिए ठीक नहीं होता है। लोगों को नींद का महत्व समझाने और इससे जुड़ी कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए ही हर साल मार्च महीने के तीसरे शुक्रवार को स्लीप डे मनाया जाता है। चलिए जानते है इस दिन को मनाने के पीछे का इतिहास।
क्या है स्लीप डे का इतिहास
अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए और सेहतमंद जिंदगी जीने के लिए नींद बेहद जरूरी होती है। अच्छी नींद ना सिर्फ आपके थकान को मिटाती है बल्कि आपको तरोताजा रखने का काम भी करती है। नींद की कमी की वजह से आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बदलते लाइफस्टाइल को देखकर ही लोगों ने आगे आने वाले भविष्य के बारे में सोच लिया था। यहीं कारण है कि सबसे पहले साल 2008 में लोगों ने वर्ल्ड स्लीप डे मनाया। इस दिन को सबसे पहले वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी ने लोगों को नींद से जुड़ी इन समस्याओं से बचाव के लिए इसकी शुरुआत की।
क्या है स्लीप डे का महत्व
काम के बोझ और बदलते समय में हमारी दिनचर्या खराब हो गई है। ऐसे में खराब दिनचर्या, गलत खानपान, तनाव, वर्क प्रेशर आदि की वजह से लोगों को नींद की कमी होने लगी है। इस कमी की वजह से लोग कई बीमारियों का शिकार भी होते जा रहे हैं। ऐसे में इस दिन को मनाकर लोगों को नींद और सेहत के बीच संबंध को लेकर जागरूक करना है। ये भी बताना कि काम के साथ साथ अच्छी नींद का होना भी जरूरी है।
इस साल वर्ल्ड स्लीप डे की थीम
बता दें कि किसी भी मुख्य उद्देश्य से मनाए जाने वाले दिन को हर साल किसी न किसी थीम के साथ मनाया जाता है। ठीक उसी तरह वर्ल्ड स्लीप डे मनाने के लिए भी हर साल थीम रखीं जाती है। पिछलो साल की थीम स्लीप इज एसेंशियल फॉर हेल्थ (Sleep is essential for health) रखा गया था। वहीं इस साल की थीम Sleep Equity for Global Health रखीं गई है।