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Sun, Dec 21, 2025

सब कुछ बढ़िया…टच वुड : बुरी नज़र से बचने के टोटके हज़ार, जानिए नज़र उतारने के लिए दुनियाभर की मान्यताएं और प्रथाएं

Written by:Shruty Kushwaha
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नज़र उतारने के तरीके क्या सिर्फ अंधविश्वास है? हालांकि विज्ञान तो यही कहता है लेकिन कई मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ये "इल्यूज़न ऑफ कंट्रोल है"। ऐसी मान्यताएं हमें एक तरह के कंट्रोल का एहसास देती हैं। लकड़ी छूने से लेकर नींबू-मिर्च लटकाने तक..ये सब हमें भरोसा दिलाते हैं कि हम बुरी नज़र को मात दे सकते हैं। कोई भी ये रिस्क नहीं लेना चाहता कि किसी भी कारण से उनकी खुशियों पर नज़र लग जाए, इसलिए भले ही दिमाग इस बात को नकारे लेकिन आदतन ऐसी चीजें दोहराई जाती रहती हैं।
सब कुछ बढ़िया…टच वुड : बुरी नज़र से बचने के टोटके हज़ार, जानिए नज़र उतारने के लिए दुनियाभर की मान्यताएं और प्रथाएं

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क्या कभी ऐसा हुआ है कि किसी ने आपसे हालचाल पूछा हो और आपने ‘सब बढ़िया’ बोलते ही पास पड़ी किसी लकड़ी को छूकर मन में ‘टचवुड’ कह लिया हो। ऐसे कई टोटके हैं जो हमारी प्रैक्टिस में जानें अनजाने आ जाते हैं। लेकिन क्या कभी सोचा है कि आखिर आप ऐसा क्यों करते हैं। क्या टचवुड करने से या कुछ और बातें दोहराने से बुरी नज़र नहीं लगती है।

चलिए आज आपको लेकर चलते हैं दुनिया की उन गलियों में जहां बुरी नज़र से बचने के लिए लोग कभी थूकने का नाटक करते हैं तो कहीं दो उंगलियों को क्रॉस कर हवा में लहराने लगते हैं। जानते हैं कि दुनिया की अलग अलग जगहों पर बुरी नज़र टालने के लिए किस तरह की प्रथाएं हैं और क्या चीजें की जाती हैं।

टच वुड : देवता का आशीर्वाद

Touch wood की परंपरा की जड़ें प्राचीन केल्टिक सभ्यता में हैं, जहां माना जाता था कि पेड़ों में आत्माएं या देवता वास करते हैं। जब आप कोई अच्छी बात बोलते हैं और फिर लकड़ी छूते हैं तो दरअसल आप उन देवताओं से कह रहे होते हैं “नजर मत लगाना, ये खुशी बनी रहे।” कुछ लोग इसे ईसाई परंपराओं से भी जोड़ते हैं, जहां लकड़ी को यीशु के क्रॉस का प्रतीक माना जाता था। तो लकड़ी छूना यानी उनका आशीर्वाद मांगना माना जाता है।

भारत: नज़र उतारने का देसी जुगाड़

भारत में किसी की ज़रा सी तारीफ़ कर दीजिए और आपको जवाब मिलेगा – “अरे, बुरी नज़र न लगे!” फिर शुरु होती है नज़र उतारने की प्रथा। इसके लिए कई तरह के टोटके प्रचलित हैं। वहीं बच्चों के माथे या कान के पीछे काला टीका लगाना तो जैसे अनिवार्य है। दुकानों, घरों या गाड़ियों के बाहर लटकता नींबू-मिर्च का जोड़ा बुरी नज़र को भगाने का हथियार माना जाता है। साथ ही, कई जगह दादी-नानी बच्चे के सिर पर हल्के से “थू-थू” करती दिखती हैं, ताकि नज़र की बला टल जाए।

तुर्की: नीली आंख का जादू

तुर्की और ग्रीस में “नज़र बोनजू” नाम की एक नीली कांच की आंख हर जगह दिखती है..घरों में, गाड़ियों में या गहनों के स्थान पर। मान्यता है कि ये नीली आंख बुरी नज़र को देखकर उसे वापस उसी पर फेंक देती है। यानी कि यह हर बुरी निगाह को देखती है और पलटकर उसी पर वार कर देती है।

रूस: बाएं कंधे पर थूकना

रूस में अगर कोई अनहोनी बात कह दे, तो लोग तुरंत अपने बाएं कंधे के पीछे तीन बार “तू-तू-तू” करते हैं। वहां मान्यता है कि शैतान आपके बाएं कंधे पर बैठा होता है और ये थूकने की आवाज़ उसे भगाने का तरीका है।

इटली: उंगलियों से बने सींग

इटली में अगर कोई बुरी नज़र वाला सामने आए तो लोग अपनी तर्जनी और मध्यमा उंगली को आगे निकालकर ‘सींग’ का निशान बनाते हैं। ये इशारा सीधे शैतान को कहता है “भाग जा”। इस तरह यहां अपनी उंगलियों के इशारे से बुरी नज़र को भगाया जाता है।

ब्राज़ील: पर्स ज़मीन पर मत रखो

हम सब चाहते हैं कि हमारे घर समृद्धि रहे। इसीलिए पैसों से जुड़ी कई मान्यताएं दुनियाभर में प्रचलित हैं। बात करें ब्राज़ील की तो यहां आपको अपने पर्स को बहुत संभालकर रखना होता है। अगर आप अपना पर्स या हैंडबैग ज़मीन पर रख दें तो समझिए कि आपने अपने पैसे को अपमानित कर दिया है। यहां माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्मीजी रूठ जाती है। इसलिए वहां लोग पर्स या हैंडबैग को कभी भी ज़मीन पर या नीचे नहीं रखते हैं।