तुलसी के पौधे में दिख रहे कीड़े? फ्रिज से निकालें ये 1 चीज, मिनटों में गायब हो जाएंगे मिलीबग

अगर तुलसी के पौधे पर सफेद-सफेद कीड़े यानी मिलीबग का अटैक हो गया है, तो घबराएं नहीं। किचन में रखी एक आम चीज़ आपकी तुलसी को फिर से हरा-भरा बना सकती है। जानिए वो घरेलू उपाय जो बिना केमिकल के असर दिखाएगा।

आप रोज़ तुलसी की पूजा करते हैं, लेकिन अगर उसी तुलसी (Tulsi Plant) पर सफेद रूई जैसे कीड़े दिख जाएं तो दिल दुख जाता है। मिलीबग (Mealybugs) नाम के ये कीड़े तुलसी की जड़ों और पत्तियों को खोखला कर देते हैं। मगर हैरानी की बात यह है कि इसका इलाज आपके फ्रिज में ही रखा है। इस आसान घरेलू नुस्खे से आप बिना किसी खर्च के तुलसी को कीड़ों से बचा सकते हैं।

तुलसी के पौधे पर जब सफेद, सूती-सूती सी चीजें नजर आने लगें, तो समझ जाइए कि मिलीबग्स ने अटैक कर दिया है। ये कीड़े नमी वाली जगहों में पनपते हैं और पत्तियों से रस चूसते हैं, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है। लेकिन एक्सपर्ट्स और घरेलू बागवानी करने वालों के मुताबिक, दही या मट्ठा (बटरमिल्क) इस समस्या का सबसे सस्ता और असरदार इलाज है। मट्ठे में पाए जाने वाले लैक्टिक एसिड और प्रोबायोटिक्स मिलीबग्स को मारने में मदद करते हैं।

दही या मट्ठा कैसे करें इस्तेमाल

दही या मट्ठे को तुलसी पर सीधे नहीं डालना है। सबसे पहले 1 कप ताजा मट्ठा लें (या दही को पानी में फेंटकर पतला कर लें)। अब इसे स्प्रे बोतल में भरें। अगर स्प्रे नहीं है, तो सूती कपड़े को मट्ठे में भिगोकर पौधे की पत्तियों और तनों पर हल्के हाथ से रगड़ें। इस प्रक्रिया को 2–3 दिन तक दोहराएं। कुछ ही समय में सफेद कीड़े गायब हो जाएंगे और तुलसी फिर से ताजगी से भर उठेगी।

तुलसी की देखभाल में और क्या रखें ध्यान?

तुलसी को मिलीबग्स से बचाने के लिए साफ-सफाई और धूप सबसे ज़रूरी हैं। कोशिश करें कि पौधा रोज़ कुछ देर के लिए सीधी धूप में रहे। मिट्टी में पानी ज़्यादा न भरने दें क्योंकि नमी से कीड़े बढ़ते हैं। महीने में एक बार तुलसी की हल्की गुड़ाई करें ताकि जड़ें सांस ले सकें। अगर बार-बार कीड़ों का अटैक हो रहा है, तो नीम का तेल या घर का बना हर्बल स्प्रे भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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