Millennials and Gen Z : पिछले कुछ समय से हम मिलेनियल (Millennials) और जेन ज़ेड (Gen Z) जैसी टर्म काफी सुन रहे हैं। जेन ज़ेड या जेन ज़ी और मिलेनियल्स के बीच की नोकझोंक, इनकी भाषा और शब्दावली, पसंद नापसंद, व्यवहार को लेकर सोशल मीडिया पर ख़ासतौर से काफी बातें कही-सुनी जा रही है। लेकिन आख़िर ये मिलेनियल और जेन जेड है क्या ? जन्म के समय और उम्र के अलावा और क्या ख़ास बातें हैं जिन्होंने इन दो जनरेशन को विभाजित किया है।
दरअसल, मिलेनियल्स और जेन जेड दो पीढ़ियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन्हें आमतौर पर उनकी जन्म तिथियों के आधार पर बांटा जाता है। इन टर्म्स का इस्तेमाल ख़ास तौर पर मार्केटिंग, समाजशास्त्र और जनसंख्या अध्ययन में किया जाता है ताकि सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक व्यवहार को समझा जा सके। इन पीढ़ियों के अलग-अलग अनुभव, मूल्य और प्राथमिकताएं होती हैं जो उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं और तकनीकी विकास से प्रभावित होती हैं।
क्या है Millennials और Gen Z ?
मिलेनियल और जनरेशन Z दो महत्वपूर्ण पीढ़ियाँ हैं। इन दोनों जनरेशन को उनके जन्म के साल के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। ये पीढ़ियाँ किसी भी समाज, संस्कृति और तकनीकी विकास को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्रत्येक पीढ़ी के अपने विशिष्ट मूल्य, अनुभव और प्राथमिकताएँ होती हैं। उदाहरण के लिए, मिलेनियल्स ब्रांड वफादारी और लॉयल्टी प्रोग्राम्स को विशेष महत्व देते हैं, जबकि जेनरेशन Z के लिए ग्राहक अनुभव और सर्विस क्वालिटी अधिक मायने रखती है। इन पीढ़ियों के अलग-अलग दृष्टिकोण और व्यवहार ने उन्हें मार्केटिंग, बिजनेस और समाजशास्त्र के विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र बिंदु बना दिया है।
Millennials का जन्म वर्ष और इनकी विशेषताएं
मिलेनियल्स को जनरेशन Y भी कहा जाता है। ये लोग आमतौर पर 1981 से 1996 के बीच पैदा हुए माने जाते हैं। ये पीढ़ी इंटरनेट और डिजिटल तकनीक के उदय के साथ बड़ी हुई, इसलिए टेक्नोलॉजी में बहुत सहज होती है। इस जनरेशन के लोगों का झुकाव अक्सर उच्च शिक्षा और करियर की तरफ़ ज्यादा होता है। यह पीढ़ी सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों जैसे समानता, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक न्याय के प्रति जागरूक है और बदलाव की इच्छा भी इस पीढ़ी की विशेषता है।
Gen Z का जन्म वर्ष और इनकी विशेषताएं
जेन ज़ी को जनरेशन Z या Zoomers भी कहा जाता है। ये लोग 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा हुए माने जाते हैं। जेन जेड डिजिटल युग में पैदा हुई पीढ़ी है और ये स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और इंटरनेट के साथ बड़े हुए हैं। ये पीढ़ी पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय के प्रति बहुत जागरूक मानी जाती है। जेन ज़ी में सोशल मीडिया के जरिए खुद की पहचान बनाने और पर्सन ब्रांडिंग का चलन बहुत ज्यादा है।
मिलेनियल और जेन जेड टर्म्स की लोकप्रियता के कारण
इन टर्म्स का उपयोग एक सामान्य समाजशास्त्रीय ढांचे के रूप में किया जाता है ताकि यह समझा जा सके कि नई और पुरानी पीढ़ियों के बीच किस प्रकार के मूल्य, विचार और व्यवहार विकसित हो रहे हैं। इन पीढ़ियों के अलग-अलग दृष्टिकोण और व्यवहार ने इन्हें समाज और व्यवसाय सहित विभिन्न क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना दिया है। इसके पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
1. सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म : इन पीढ़ियों के अलग-अलग व्यवहारों और रुचियों को पहचानने के लिए मार्केटिंग कंपनियां और विज्ञापनदाता इन्हें समझने की कोशिश करते हैं।
2. अंतर-पीढ़ीगत मतभेद : इन पीढ़ियों के जीवनशैली, काम करने के तरीकों और आर्थिक प्राथमिकताओं में महत्वपूर्ण अंतर होते हैं जो सामाजिक और राजनीतिक चर्चाओं का हिस्सा बनते हैं।
3. मार्केटिंग और व्यवसाय : कंपनियां इन पीढ़ियों की अलग-अलग ज़रूरतों और रुचियों को ध्यान में रखते हुए उत्पाद और सेवाएं तैयार करती हैं।
4. सांस्कृतिक प्रभाव: फिल्म, मीडिया और पॉप कल्चर में भी इन पीढ़ियों के प्रतिनिधित्व और उनके अनुभवों को महत्व दिया जाता है।
5. सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव : इन पीढ़ियों के जीवन अनुभव और मूल्य अलग होते हैं। ये अंतर भी इन्हें ख़ास बनाता है।
मिलेनियल्स और जेन जेड के साथ Generation X भी है महत्वपूर्ण
लेकिन सभी को सिर्फ मिलेनियल्स और जेन जेड कैटेगरी में ही डिवाइस नहीं किया जा सकता है। मिलेनियल्स से पहले वाली पीढ़ी को जनरेशन X (Generation X) कहा जाता है। यह पीढ़ी आमतौर पर 1965 से 1980 के बीच पैदा हुई मानी जाती है। जनरेशन X का विकास ऐसे समय में हुआ जब तकनीक और मीडिया का तेजी से विस्तार हो रहा था, लेकिन वे इंटरनेट और मोबाइल फोन के प्रचलन से पहले की दुनिया में बड़े हुए थे। जेनरेशन एक्स में जन्म लेने वाले लोगो का जीवन बहुत आसान नहीं रहा है, क्योंकि उथल-पुथल के दौर के बाद नौकरी ढूंढना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी। काम करना और उत्पादन करना उनका जीवन दर्शन था। व्यक्तिवाद, महत्वाकांक्षा और काम करने की लत या काम में व्यस्त रहना, ये कुछ ऐसे मूल्य हैं जिनके साथ वे बड़े हुए हैं।
Generation X की खासियत
- स्वतंत्रता और लचीलापन : जनरेशन X को अक्सर स्वतंत्र और आत्मनिर्भर माना जाता है, क्योंकि इनका बचपन ज्यादा संरचित नहीं था और उन्हें खुद चीजें सीखनी पड़ती थीं।
- तकनीक के साथ अनुकूलन : हालांकि यह पीढ़ी इंटरनेट और डिजिटल तकनीक के उदय से पहले की है, लेकिन उन्होंने कार्यस्थलों में कंप्यूटर और अन्य तकनीकी उपकरणों के साथ अच्छी तरह अनुकूलन किया।
- परंपरागत और आधुनिक मूल्यों का मिश्रण : जनरेशन X ने एक ऐसा दौर देखा है जिसमें परंपरागत मूल्य और आधुनिकता का संतुलन था। वे सामाजिक बदलाव और राजनीतिक मुद्दों के प्रति जागरूक थे, लेकिन वे अपने पूर्वजों की तुलना में अधिक प्रगतिशील माने जाते हैं।
जनरेशन X का समाज और संस्कृति पर प्रभाव
इस पीढ़ी का किसी भी समाज और संस्कृति पर गहरा प्रभाव है।ये आज भी कार्यक्षेत्रों, शिक्षा और परिवार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इनके जीवन के अनुभव मिलेनियल्स और जेन जेड से अलहदा हैं। जनरेशन X के लोग अधिकतर नेतृत्व की भूमिकाओं में पाए जाते हैं और इनका दृष्टिकोण स्थिरता और संरचनात्मक बदलाव दोनों को संतुलित करने की कोशिश करता है। यह पीढ़ी एक संक्रमण काल का प्रतिनिधित्व करती है जहां परंपरागत मूल्यों और आधुनिकता के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता थी। उनके अनुभवों और दृष्टिकोणों ने कार्यस्थलों, पारिवारिक संरचनाओं और सामाजिक दृष्टिकोणों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।