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Sun, Dec 7, 2025

युवाओं के बीच तेजी से बढ़ रहा फ्रेंडशिप मैरिज का चलन, जानें इसके फायदे

Written by:Sanjucta Pandit
जापान में ‘फ्रेंडशिप मैरिज’ का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, जहां दो लोग बिना रोमांस या शारीरिक आकर्षण के सिर्फ दोस्ती, भरोसे और समझ पर शादी करते हैं। पढ़ें विस्तार से यहां...
युवाओं के बीच तेजी से बढ़ रहा फ्रेंडशिप मैरिज का चलन, जानें इसके फायदे

हिंदू धर्म में शादी का बहुत महत्व होता है। मैरिज एक ऐसा बंधन होता है, जिसमें दो लोग आपस में जुड़कर सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करते हैं। किसी भी व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक सोलह संस्कारों में विवाह भी एक संस्कार है। इसके बाद दंपती नया जीवन शुरू करते हैं, जिससे उनका वंश आगे बढ़ता है। शादी के दौरान बहुत सारी रस्में निभाई जाती हैं। इनमें हल्दी, मेहंदी, सिंदूरदान, कन्यादान, फेरे, विदाई जैसी कई महत्वपूर्ण रस्में शामिल हैं।

आमतौर पर शादी का नाम सुनते ही लोगों के मन में प्यार, रोमांस और रिश्तों की मिठास की तस्वीर उभरती है। जापान में इन दिनों एक बिल्कुल अलग तरह की शादी चर्चा में है, जिसमें रोमांस नहीं होता है। फिर भी यह रिश्ता लोगों के बीच ट्रेंड हो रहा है।

फ्रेंडशिप मैरिज

दरअसल, इस अनोखे रिश्ते को ‘फ्रेंडशिप मैरिज’ कहा जाता है, जिसका मतलब दोस्ती पर आधारित शादी है। इस शादी की नींव प्यार पर नहीं टिकी होती, बल्कि भरोसा, समझ और इमोशनल तौर पर आधारित होता है। इस रिश्ते के लिए ऐसे दो लोग शादी करते हैं, जो एक-दूसरे को समझते हैं… साथ रहना चाहते हैं, लेकिन उनके बीच कोई रोमांटिक या फिजिकल रिश्ता नहीं होता। इसे एक तरह का कम्पैनियनशिप एग्रीमेंट भी कहा जा सकता है, जहां दोनों पार्टनर साथ मिलकर जिंदगी की जिम्मेदारियां बांटते हैं।

पहले इन बातों पर कर ली जाती है चर्चा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जापान में 2015 से अब तक करीब 500 से ज्यादा लोग इस तरह की शादियों में बंध चुके हैं। इन कपल्स के बीच शादी से पहले हर व्यावहारिक बात खुलकर तय कर ली जाती है।, जिसमें घर के खर्चे कौन संभालेगा, कौन खाना बनाएगा, छुट्टियों की योजना कैसे बनेगी और अगर बच्चे हुए तो उनकी परवरिश किस तरह होगी, इत्यादि। बता दें कि यह ट्रेंड उन लोगों में तेजी से बढ़ रहा है, जो या तो एसेक्शुअल हैं या होमोसेक्शुअल हैं। ऐसे में ‘फ्रेंडशिप मैरिज’ उनके लिए कानूनी रूप से बेस्ट ऑप्शन बन चुका है।

क्यों बढ़ रहा ट्रेंड

  • जापान जैसे देशों में शादी और परिवार को लेकर काफी सामाजिक दबाव होता है। हर व्यक्ति से उम्मीद की जाती है कि वह शादी करे और बच्चे पैदा करे। बहुत से लोग सिर्फ इस दबाव से बचने के लिए दोस्ती वाली शादी का रास्ता चुन रहे हैं,।
  • जापान में बड़ी संख्या में लोग अकेले रह रहे हैं। काम की भागदौड़ और सीमित दायरों के कारण लोग इमोशनली खुद को अकेला महसूस करते हैं। ऐसे में यह शादी उन्हें एक ऐसा साथी देती है, जिसके साथ वे अपनी बातें शेयर कर सकें, जिम्मेदारियां बांट सकें।
  • इन रिश्तों में दोनों एक-दूसरे से किसी प्रकार की अपेक्षाएं नहीं रखते। इनमें तनाव और मतभेद की गुंजाइश कम रहती है। रिश्ता इस आधार पर चलता है कि दोनों मिलकर एक-दूसरे की जिंदगी आसान बनाएं।
  • जापान में शादीशुदा लोगों को टैक्स और अन्य सरकारी योजनाओं में कई लाभ मिलते हैं। इसलिए भी बहुत से लोग ‘फ्रेंडशिप मैरिज’ को तवोज्जो दे रहे हैं।

अन्य देश भी अपना रहे ट्रेंड

आज की पीढ़ी तेजी से बदल रही है। लोग अब अपने करियर, पर्सनल लाइफ और मेंटल पीस को प्राइयोरिटी दे रहे हैं। ऐसे में फ्रेंडशिप मैरिज उन्हें एक ऐसा रास्ता देती है, जिसमें समाज भी संतुष्ट रहता है और व्यक्ति अपनी लिबर्टी भी बनाए रखता है। यह चलन अब धीरे-धीरे दुनिया के अन्य देशों तक पहुंच रहा है, क्योंकि हर इंसान को जीवन में किसी न किसी रूप में पार्टनर की जरूरत होती है, जिसपर वह आंख बंद करके भरोसा कर सके।