अगर आपने लाख कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं पाई है, तो एक बार अपने घर की पूर्व दिशा की तरफ नज़र डालिए। वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के मुताबिक पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा माना जाता है और यहीं से सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है।
वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर इस दिशा को सही तरीके से सजाया जाए और कुछ खास चीजें यहां रखी जाएं, तो न केवल भाग्य का दरवाज़ा खुलता है, बल्कि घर में सुख-शांति और समृद्धि भी आती है।
पूर्व दिशा क्यों होती है खास? जानिए इसका वास्तु महत्व
सूर्य की दिशा
पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा कहा जाता है। यह दिशा नई शुरुआत, तरक्की और मानसिक शांति से जुड़ी होती है। यदि घर की यह दिशा वास्तु के अनुसार व्यवस्थित न हो, तो इसका असर पूरे परिवार के स्वास्थ्य, करियर और रिश्तों पर पड़ सकता है।
पूर्व दिशा में क्या रखें?
- तुलसी का पौधा – तुलसी को शुद्धता और पॉजिटिव एनर्जी का प्रतीक माना जाता है। इसे पूर्व दिशा में रखने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है।
- भगवान सूर्य की तस्वीर या मूर्ति – सूर्यदेव का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी प्रतिमा या फोटो पूर्व दिशा की दीवार पर लगाएं।
- क्रिस्टल बॉल – क्रिस्टल बॉल से सकारात्मक ऊर्जा फैलती है। इसे पूर्व दिशा में रखने से काम में स्थिरता और सफलता मिलती है।
- हल्के रंगों की सजावट – सफेद, क्रीम या हल्के पीले रंग की पेंटिंग्स या परदे इस दिशा में रखें, ताकि प्रकाश अच्छे से फैले।
- जल का स्रोत – बहता पानी समृद्धि का प्रतीक होता है। छोटा सा फाउंटेन या वॉटर शोपीस शुभ माना जाता है।
इन बातों से करें बचाव, नहीं तो बन जाएगा दोष
पूर्व दिशा में भारी सामान जैसे अलमारी, स्टोर या बंद दरवाज़े नहीं होने चाहिए। इससे ऊर्जा का बहाव रुक जाता है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। कोशिश करें कि इस दिशा में हमेशा सफाई और प्रकाश बना रहे।





