हमारे जीवन में रंगों का ख़ास महत्व होता है। सफ़ेद रंग जहाँ ममता, शांति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है, तो वहीं हरा रंग बुद्धि और तरक़्क़ी से जुड़ा हुआ होता है। इसी तरह लाल, नारंगी रंग ऊर्जा और उत्साह का संकेत देता है, जबकि काला रंग कठोरता या गंभीरता को दर्शाता है। हरे रंग का अपना अलग प्रभाव होता है जो हमारे मूड और सोच पर सीधा असर डालता है।
जब बाद घर की सजावट या वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) की आती है, तो रंगों का सही चुनाव और भी ज़रूरी हो जाता है। घर में लगायी गई रंगना सिर्फ़ माहौल को बदलते हैं, बल्कि हमारे व्यक्तित्व और सोच पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं। ऐसे में यह जानना बेहद ज़रूरी है कि इस कमरे में कौन सा रंग इस्तेमाल करना सही होगा, हालाँकि घर का माहौल सकारात्मक को संतुलित बना रहे।

रंगों का हमारे जीवन पर गहरा असर
हम जो रंग अपने घर की दीवारों या सजावट में इस्तेमाल करते हैं, उनका सीधा असर हमारे मूड, सेहत और भाग्य पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र में हर दिशा और कमरे के लिए अलग-अलग रंग तय किए गए हैं, जो वहां पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाते हैं। गलत रंग का चुनाव न सिर्फ नेगेटिव एनर्जी ला सकता है, बल्कि जीवन में परेशानियां भी बढ़ा सकता है। इसलिए घर सजाते वक्त रंगों का चुनाव सोच-समझकर करना बहुत जरूरी है।
वास्तु अनुसार घर के हर हिस्से के लिए सही रंग
ड्राइंग रूम: ड्राइंग रूम यानी बैठक वह जगह है जहां मेहमान आते हैं। यहां हल्के पीले, क्रीम या हल्के हरे रंग का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। इससे बातचीत में मिठास आती है और माहौल खुशनुमा रहता है।
बेडरूम: सुकून और प्यार बढ़ाने के लिए बेडरूम में हल्का गुलाबी, लाइट ग्रे या हल्का ब्लू रंग अच्छा माना जाता है। खासकर दंपतियों के बेडरूम में बहुत डार्क या ब्लैक रंगों से बचना चाहिए।
किचन: किचन अग्नि तत्व से जुड़ा होता है, इसलिए यहां नारंगी, लाल या हल्का पीला रंग शुभ माना जाता है। लेकिन बहुत ज्यादा गहरा लाल रंग न चुनें, इससे चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।
बच्चों का कमरा: बच्चों के कमरे में हल्का हरा, आसमानी नीला या हल्का पीला रंग सकारात्मकता और रचनात्मकता बढ़ाता है।
कौन से रंग लाते हैं घर में पॉजिटिव एनर्जी
- हरा रंग: हरा रंग ताजगी, सेहत और नई शुरुआत का प्रतीक है। यह घर में शांति और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
- पीला रंग: पीला रंग ऊर्जा और खुशहाली का प्रतीक है। इसे घर की उत्तर-पूर्व दिशा में लगाने से बुद्धिमत्ता और समृद्धि बढ़ती है।
- नीला रंग: नीला रंग शांति, गहराई और विश्वास का रंग है। यह खासतौर पर वेस्ट या वेस्ट-साउथ दिशा के लिए अच्छा माना जाता है।
- सफेद रंग: सफेद रंग पवित्रता और पॉजिटिविटी लाता है। अगर घर में कोई क्लटर या नेगेटिव वाइब्स महसूस हो रही हैं, तो सफेद रंग से दीवारें पेंट कराना फायदेमंद हो सकता है।
- लाल रंग: लाल रंग ऊर्जा और जोश का संकेत देता है। लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए, खासकर पूजा घर या किचन में।
वास्तु में रंगों से जुड़ी जरूरी बातें जो ध्यान में रखनी चाहिए
डार्क रंगों का कम इस्तेमाल करें: गहरे रंग जैसे काला, डार्क ब्राउन या बहुत डार्क ग्रे ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से घर में नेगेटिविटी बढ़ सकती है।
दिशा के अनुसार रंग चुनें: उत्तर दिशा के लिए हरा या नीला, पूर्व दिशा के लिए सफेद या हल्का नीला रंग शुभ माना जाता है। वहीं दक्षिण दिशा के लिए लाल या गुलाबी रंग अच्छे माने गए हैं।
संतुलन बनाए रखें: अगर एक कमरे में बहुत सारे रंगों का मिश्रण कर रहे हैं तो संतुलन बनाए रखना जरूरी है, वरना घर में असंतुलन और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।
घर की एंट्री का खास ध्यान रखें: मुख्य दरवाजे के आस-पास हल्के रंगों का इस्तेमाल करें ताकि घर में पॉजिटिव एनर्जी आसानी से प्रवेश कर सके।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।