जिंदगी में मुकाम चाहिए? खुद पर भरोसा रखो और अपना हक छीन लो, पढ़ें जया किशोरी के अनमोल वचन

जया किशोरी के प्रेरणादायक विचारों ने लाखों युवाओं को जिंदगी में आगे बढ़ने की राह दिखाई है। उनका साफ-साफ कहना है कि अगर जिंदगी में मुकाम चाहिए, तो किसी के भरोसे मत बैठो, अपना हक खुद लेना सीखो।

मेहनत, आत्मविश्वास और खुद पर भरोसे की ताकत से ही इंसान अपने सपनों को सच कर सकता है। जया किशोरी (Jaya Kishori) सिर्फ एक धार्मिक वक्ता नहीं हैं, बल्कि आज के युवा वर्ग की प्रेरणा बन चुकी हैं। उनके विचार न सिर्फ हमें आत्मनिर्भर बनने की सीख देते हैं, बल्कि जिंदगी के हर मोड़ पर डटकर खड़े रहने की ताकत भी देते हैं।

जया किशोरी का यह संदेश लाखों दिलों को छू जाता है, “कोई आपको आपकी मंज़िल तक नहीं पहुंचाएगा, वहाँ तक चलना आपको खुद होगा।” उनका मानना है कि जीवन में बदलाव लाना है तो सबसे पहले सोच को बदलो। अगर आप सिर्फ परिस्थितियों या दूसरों को दोष देते रहोगे तो सफलता कभी आपके दरवाज़े पर नहीं आएगी।

हमें अपनी कहानी का हीरो खुद बनना है

जया किशोरी कहती हैं, “हमें अपनी कहानी का हीरो खुद बनना है, कोई और नहीं आएगा हमें बचाने।” ये विचार खासकर उन युवाओं के लिए जरूरी हैं जो आज के समय में अपने फैसलों को लेकर उलझन में रहते हैं।

खुद पर विश्वास रखना ही सबसे बड़ी पूंजी है

आज की दुनिया में, जहां हर कोई एक-दूसरे से आगे निकलने की दौड़ में है, खुद पर विश्वास बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। लेकिन जया किशोरी हमेशा कहती हैं, “अगर आपने खुद पर विश्वास कर लिया, तो कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती।”

उनकी बातें उन लोगों के लिए प्रेरणा बन जाती हैं जो अक्सर खुद को कमतर आंकते हैं। जब हम खुद पर भरोसा करना सीख जाते हैं, तब दुनिया के हर सवाल का जवाब हमारे अंदर ही मौजूद होता है। जया किशोरी के अनुसार, आत्मनिर्भर बनने के लिए सबसे पहले खुद को समझो और खुद को अपनाओ।

उनका यह भी कहना है कि असफलता आने पर घबराओ मत, बल्कि उससे सीखकर फिर से खड़े हो जाओ। यही ज़िंदगी की असली जीत होती है। आत्मविश्वास से भरा इंसान कभी दूसरों के भरोसे नहीं रहता, वो अपना रास्ता खुद बनाता है।

कड़ी मेहनत और लगन से ही मिलती है असली सफलता

जब हम मेहनत की बात करते हैं, तो जया किशोरी का यह कथन याद आता है, भाग्य पर भरोसा करो, लेकिन मेहनत करना मत छोड़ो। वे मानती हैं कि हर इंसान के पास एक हुनर होता है, बस ज़रूरत होती है उसे पहचानने और तराशने की।

उनकी नजर में, सपने देखने से ज्यादा जरूरी है उन्हें सच करने के लिए दिन-रात मेहनत करना। जब तक हम अपने लक्ष्य के लिए पूरी ईमानदारी से नहीं जुटते, तब तक वह महज़ एक सपना ही रहता है।

वे इस बात पर भी ज़ोर देती हैं कि हमेशा परिणाम की चिंता न करके प्रक्रिया पर ध्यान देना चाहिए। मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। अगर आज नहीं मिला, तो कल ज़रूर उसका फल मिलेगा। यही सोच हमें हार से डरने नहीं देती और आगे बढ़ने की हिम्मत देती है।

हर लड़की को आत्मनिर्भर बनना चाहिए

जया किशोरी लड़कियों के आत्मनिर्भर बनने को सबसे जरूरी मानती हैं। उनका कहना है, समाज कुछ भी कहे, लेकिन अगर एक लड़की खुद पर विश्वास कर ले तो वो कुछ भी कर सकती है। वे कई बार मंच से ये कहती नजर आई हैं कि “शादी या रिश्तों से पहले, हर लड़की को अपनी पहचान बनानी चाहिए। एक लड़की को पढ़ाई, नौकरी या कोई हुनर सीखकर खुद के पैरों पर खड़ा होना चाहिए ताकि वो कभी मजबूरी में समझौता न करे।

उनका यह संदेश आज के दौर में बेहद जरूरी है, जहां कई लड़कियां सिर्फ इसलिए सपनों से समझौता कर लेती हैं क्योंकि उन्हें सहारा नहीं मिलता। जया किशोरी बताती हैं कि खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ी भूल है, क्योंकि एक महिला में दुनिया बदलने की ताकत होती है।

जिंदगी में कोई मदद नहीं करेगा, खुद को संभालो

जया किशोरी बार-बार इस बात पर ज़ोर देती हैं कि जीवन में सबसे बड़ी ताकत आपकी सच्चाई और ईमानदारी होती है। अगर आप हर परिस्थिति में ईमानदारी से अपने काम को करते हैं, तो एक दिन ज़रूर सफलता आपके कदम चूमेगी। जया किशोरी कहती हैं, मुश्किलें सबके जीवन में आती हैं, लेकिन उनसे लड़ने की हिम्मत हर किसी में नहीं होती। इसीलिए हमें अपनी सोच को मज़बूत बनाना होगा, ताकि किसी के भरोसे न रहकर अपने दम पर खड़े हो सकें। उनका यह भी कहना है कि दुनिया क्या कहती है, इस पर ध्यान मत दो, खुद क्या कर सकते हो, इस पर भरोसा रखो। ये सीख हर उस इंसान के लिए जरूरी है जो खुद को हालातों का शिकार मानकर हार मान लेता है।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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