Why should Children Wear Silver Chain : आपने अक्सर न्यू बोर्न बेबी के गले में चांदी की सीकड़ी देखी होगी। जन्म लेने के बाद नानी के घर वाले बच्चों को पहनाने के लिए चांदी और सोने के आभूषण भेंट करते हैं, तो वहीं ससुराल पक्ष से भी बच्चों को तोहफा दिया जाता है। आपने कई बार बड़े बुजुर्गों से ऐसा कहते हुए सुना होगा कि बच्चों को चांदी की चेन या लॉकेट अवश्य पहचाननी चाहिए।
क्या आपके मन में कभी यह प्रश्न नहीं उठा कि आखिर चांदी की चेन ही बच्चे को क्यों पहनी चाहिए? चांदी की बजाए सोने की चेन क्यों नहीं पहना सकते हैं। इसके पीछे आखिर क्या वजह है? आपके सारे डाउस्ट आज इस आर्टिकल में क्लियर हो जाएंगे।
नहीं पहनाई जाती सोने की चेन
बच्चों के गले में आपने कभी भी सोने की चेन नहीं देखी होगी। हमेशा चांदी की चेन के साथ विभिन्न प्रकार के लॉकेट देखे होंगे। लोग लॉकेट अपने हिसाब से बच्चों के गले में डालते हैं, कुछ लोग बिना लॉकेट के भी चेन बच्चों को पहना देते हैं।
मन रहता है शांत
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, चांदी का चंद्रमा के साथ सीधा संबंध होता है। यह मन और दिमाग के कारक माने जाते हैं। चंद्रमा शीतलता का प्रतीक होते हैं, इसलिए ज्योतिषों का मानना है कि बच्चों को चांदी की चेन पहनने से उनकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। साथ ही बच्चे का दिमाग बहुत जल्दी विकसित करता है। आगे चलकर पढ़ाई लिखाई में उसका मन लगता है।
छल्ले भी पहनाएं
इसके अलावा, चांदी की चेन पहनने से बच्चों का स्वास्थ्य सही रहता है। मन शांत रहता है, चंचलता कम होती है। इसलिए हमेशा बच्चों को चांदी की चेन पहनाई जाती है, ताकि वह सभी बुरी शक्तियों से भी दूर रहे। चांदी पहनने से आसपास सकारात्मक ऊर्जा का निर्वहन होता है। आप चांदी की चेन के बजाय छल्ले, कड़े, आदि भी पहना सकते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा शुभ चांदी की चेन ही मानी जाती है।
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