सर्दियों में कैसा होना चाहिए भोजन! जानिए आयुर्वेद के अनुसार सर्दी में सही आहार और भोजन के नियम

आयुर्वेद में सर्दियों के लिए आहार और जीवनशैली के कुछ महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं जो शरीर को गर्म रखने, पाचन क्रिया बेहतर बनाने और इम्यूनिटी मजबूत करने में मदद करते हैं। इस समय ताजे, गर्म, मौसमी और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। अच्छी बात ये है कि सर्दियों में गरम और मसालेदार खाद्य पदार्थों को भी अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं, लेकिन इनमें संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

Best foods in winter Ayurveda

Winter Diet According to Ayurveda : सर्दियां चल रही हैं और ये मौसम होता है खूब सारी सब्जियों, हरे साग और अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का। इस मौसम में हमारी भोजन की थाली में काफी बदलाव होता है क्योंकि हमारे शरीर को गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थों की ज़रूरत होती है। इसीलिए आयुर्वेद में सर्दी के मौसम में आहार के कुछ नियम और निर्देश बताए गए हैं। आयुर्वेद में सर्दियों में ताजे, मसालेदार, गरम और संतुलित आहार का सेवन करने की सलाह दी गई है। इस मौसम में पाचन क्षमता अच्छी होती है इसलिए आप अपनी पसंद की वस्तुएं आराम से खा सकते हैं, लेकिन उनमें बैलेंस जरूरी है।

सर्दियों में ताजी और गर्माहट देने वाली सब्जियां खूब खाई जाती हैं जैसे पालक, गाजर, मूली, शलगम और सरसों के पत्ते आदि। इन सब्जियों में पोषक तत्व और विटामिन होते हैं, जो शरीर को गर्मी प्रदान करते हैं। सर्दियों में आमतौर पर खिचड़ी, तिवड़ा (तिल और गुड़ का मिश्रण), मक्की की रोटी और सरसों का साग जैसे खाद्य पदार्थ भी खाए जाते हैं। इसके अलावा, अदरक वाली चाय, सूप और गाजर का हलवा भी लोकप्रिय होते हैं।

सर्दियों के मौसम में कैसा हो भोजन, आयुर्वेद की सलाह

आयुर्वेद में प्रत्येक मौसम के अनुसार आहार और जीवनशैली के बदलाव की सलाह दी जाती है जिससे हमारा शरीर और मन दोनों संतुलित रहे। बात करें सर्दियों की तो इस मौसम में पाचन शक्ति मजबूत होती है, जिससे भारी और तैलीय आहार भी आसानी से पच जाते हैं। लेकिन ये ध्यान रखना होता है कि आहार संतुलित रहे और बहुत गरिष्ठ न हो। इस मौसम में आयुर्वेद में निम्मलिखित खाद्य पदार्थ को आहार में सम्मिलित करने की सलाह दी जाती है।

1. गर्म और ताजे खाद्य पदार्थ : सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए ताजे और गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, इस मौसम में गर्म खाना पचने में आसान होता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

2. गर्म और ताजा सूप : इस मौसम में हरी सब्जियों का सूप पीना बेहद फायदेमंद हो सकता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ गर्मी भी प्रदान करते हैं।

3. घी : आयुर्वेद में सर्दियों में घी का सेवन बढ़ाने की सलाह दी गई है। घी शरीर को भीतर से गर्म करता है, पाचन को बेहतर बनाता है और जोड़ों को मजबूती प्रदान करता है।

4. ताजे फल और मिठाई : आयुर्वेद में सर्दियों के दौरान ताजे, मीठे फल खाने की सलाह दी जाती है। ये शरीर को गर्मी प्रदान करते हैं और ऊर्जा का अच्छा स्रोत होते हैं। सर्दी में खजूर, संतरा, पपीता, अनार जैसे फल सेवन करना चाहिए, क्योंकि इनमें विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। अगर शुगर या अन्य परेशानी न हो तो घर की बनी मिठाई भी खाई जा सकती है। आप तिल और गुड़ से बने खाद्य पदार्थ, जैसे तिवड़ा, हलवा और तिल लड्डू खा सकते हैं।

5. खजूर : खजूर सर्दियों में शरीर के लिए अत्यधिक फायदेमंद होता है। यह पाचन शक्ति को बेहतर करता है और शरीर को गर्मी प्रदान करता है।

6. अंजीर : अंजीर भी सर्दियों में खाने के लिए उपयुक्त होता है। यह शरीर में वात और कफ को नियंत्रित करती है।

7. ताजे मसाले : सर्दियों में मसालेदार और ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, ताकि शरीर में गर्मी बनी रहे। अदरक, लहसुन, जीरा, हल्दी, दालचीनी और इलायची जैसे मसाले सर्दियों में पाचन को बेहतर बनाने के साथ-साथ शरीर को गर्म रखने में सहायक होते हैं।

8. पानी और तरल पदार्थ : सर्दियों में सामान्यतया पानी कम पिया जाता है, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार इस मौसम में गुनगुना या गर्म पानी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। गर्म पानी पीने से पाचन में सुधार होता है और शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। आपको इस मौसम में अपने वॉटर इनटेक का ध्यान रखना जरूरी है।

9. हर्बल टी : अदरक, तुलसी और दालचीनी से बनी हर्बल चाय शरीर को गर्म रखती है और इम्यूनिटी बढ़ाती है।

10. संतुलित भोजन : आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में भारी भोजन का सेवन किया जा सकता है चाहिए, लेकिन यह भोजन संतुलित होना चाहिए। बहुत तैलीय और अधिक चिकनाई वाले खाद्य पदार्थों से बचें।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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