ये दो योगासन दिलाएंगे सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या से राहत, ज़रूर करें ट्राई

Gaurav Sharma
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Lifestyle News : आज के दौर में ज़िंदगी इतनी तेज़ हो गई है कि ना तो लोगों के पास आराम से बैठने का समय बचा है और ना ही अच्छे से खाने का। ऐसे में बहुत सी समस्याएं हैं जो लोगों को लगातार परेशान कर रही है। इन्ही में से सिरदर्द लोगों की एक आम समस्या बन गई है। कुछ लोगों को सिरदर्द हर रोज परेशान करता है जिसके पीछे अलग अलग पर जो सिरदर्द का मुख्य कारण होता है वह है शरीर में पानी की कमी।

शरीर में जब पानी की कमी होती है तो शरीर में सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या उठना शुरू हो जाती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अगर आप दवाईयों का इस्तेमाल करते है तो इस बार कुछ योगासनों को ट्राई करें। ये योगासन आपको सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या से राहत दिलवाऐंगे।

महाशीर्ष मुद्रा

 

ये दो योगासन दिलाएंगे सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या से राहत, ज़रूर करें ट्राई

महाशीर्ष मुद्रा को लार्ज हेड मुद्रा भी कहा जाता है। इस मुद्रा का उपयोग मुख्य रूप से सिरदर्द के इलाज के लिए किया जाता है। यह मुद्रा तनाव दूर कर सकती है साथ ही माइंड और एनर्जी में बैलेंस रखती हैं।

ऐसे करें महाशीर्ष मुद्रा

सबसे पहले स्थिर ध्यान मुद्रा में आ जाएं,
दोनों हाथों पर अपने अंगूठे, मध्यमा और इंडेक्स फिंगर को एक साथ लाएं,
अपनी अनामिका को अपने अंगूठे से क्रीज में रखें,
अपनी छोटी उंगलियों को आगे बढ़ाएं,
अपनी आंखें बंद करें और गहरी और स्थिर सांसों पर ध्यान केंद्रित करें,
इस मुद्रा की जितनी बार आवश्यकता हो, कम से कम छह मिनट तक अभ्यास किया जा सकता है। अधिकतम लाभ के लिए महाशीर्ष मुद्रा का अभ्यास दिन में तीन बार करें।

प्राण मुद्रा

ये दो योगासन दिलाएंगे सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या से राहत, ज़रूर करें ट्राई

यह शब्द संस्कृत से लिया गया है। इस शब्द का अर्थ जीवन शक्ति होता है जो हमारे शरीर को संचालित करने में मदद करती हैं। यह मुद्रा मन को शांति देती है और सिर दर्द जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलवाती हैं।

ऐसे करें प्राण मुद्रा प्रैक्टिस 

पद्मासन, वज्रासन या सुखासन में से किसी एक स्थिति में बैठने के लिए आरामदायक जगह चुनें,
अपनी आंखें बंद करें और कुछ सेकंड के लिए गहरी सांसें लें,
आपके नथुने में प्रवेश करने और बाहर निकलने वाली सांस आपका सेंटर प्वाईंट होनी चाहिए,
दोनों हाथों में रिंग फिंगर और लिटल फिंगर को मिलाकर अंगूठे के सिरे की ओर लाएं,
यें कन्फर्म करें की तीनों उंगलियां एक-दूसरे से टच कर रही हो,
इंडेक्स और मिडिल फिंगर को थोड़ा फैला हुआ और सीधा रखना सुनिश्चित करें,
लगभग 15 से 20 मिनट तक बिना हिले-डुले इसी स्थिति में रहने का प्रयास करें,
अपने साँस लेने और छोड़ने पर ध्यान दें और किसी भी बाहरी गड़बड़ी को दूर करें,
उंगलियों को आराम की स्थिति में लाकर धीरे से मुद्रा को छोड़ दें।

डिस्क्लेमर: ऊपर दी गई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की गई है किसी भी परेशानी के रूप में पहले चिकित्सक का परामर्श लें।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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