धनिया पत्ती के फायदे जानकर आप हो जाएगा हैरान, सेहतमंद गुणों का ये होता है खजाना, जानें यहाँ

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Benefits Of Coriander Leaves: धनिया पत्ती किसी भी सब्जी का स्वाद बढ़ा देती है। सब्जियों और सलाद में इसका इस्तेमाल किया जाता है। भारतीय व्यंजनों में धनिये की पत्तियों का खास किरदार होता है। लेकिन बहुत कम लोग होते हैं जिन्हें इससे होने वाले फ़ायदे की जानकारी होती है। यदि आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्हें इन चमत्कारी पत्तियों की खास जानकारी नहीं है। तो यह खबर आपको हैरान भी कर सकती है। इन पत्तियों में कई गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों से निजात दिलाने में मदद भी करते हैं।

बनाता है शरीर को मजबूत

हरी-हरी पत्तियों से बनी चटनी का स्वाद ना सिर्फ आपके खाने को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि यह विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। सर्दियों में बाजार धनिया की पत्तियों की सुगंध से भर जाते हैं, लेकिन यह आपको इस मौसम में स्वस्थ रखने का भी काम करता है। यह शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है और सर्दी-जुकाम-बुखार जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए शरीर को मजबूत बनाता है।

पेट की समस्या छुमंतर

धनिये के पत्ते का सेवन करने से पेट से समस्याएं दूर ओटी है। यह पाचन को सुधारने में भी मदद साथ। इतना ही नहीं इं पत्तियों का सेवन नियमित तौर पर करने से पेट दर्द, गैस और बदहजमी जैसी मामूली परेशानियों से छुटकारा मिलता है। माना जाता है की दस्त के दौरान धनिया पत्ती के चटनी और सलाद का सेवन करने से पेट को आराम मिलता है।

महिलाओं के लिए वरदान

महिलाओं के लिए धनिया की पत्ती बेहद लाभकारी मानी जाती है। यह पिरियड्स से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है। इतना ही नहीं यह शरीर में कॉलेस्ट्रॉल लेवल को भी संतुलित रखता है। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स और विटामीन्स शरीर के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल शिक्षित करना है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज इन बातों का दावा नहीं करता। यह केवल मान्यताओं पर आधारित है। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News