भारत का दिल कही जाने वाले मध्य प्रदेश (MP) में एक से बढ़कर एक घूमने फिरने वाले स्थान हैं। यहां की अनोखी परंपरा, भाषा शैली, खानपान, रहन-सहन, पहनावा-उढ़ावा सब कुछ इसे बाकी राज्यों से अलग बनाता है। कई मायनों में यह अन्य सभी प्रदेशों से हटकर है। यहां खाने-पीने के लिए लाजवाब व्यंजन मिलते हैं, तो यहां पर राजनीति सक्रियता भी काफी अधिक है। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आए दिन लोगों के हित में फैसले लिए जा रहे हैं।
ऐसे में यदि आप एमपी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको एक ऐसे महल के बारे में विस्तार से बताएंगे, जो कि प्रदेश की शान है। इसका इतिहास काफी पुराना और रोचक माना जाता है।

हाथी महल
यूं तो मध्य प्रदेश में प्राचीन और खूबसूरत इमारतों की कमी नहीं है और इन सभी का अपना अलग-अलग इतिहास रहा है, जो काफी मजेदार है। ऐसी ही एक खूबसूरत जगह इंदौर के पास मांडू में स्थित है। इसके बारे में कम ही लोगों को पता है, जिस कारण पर्यटक यहां पहुंच नहीं पाते हैं। इंदौर के पास मांडू में स्थित महल का नाम हाथी महल है, जिसकी बाकी महलों और धरोहरों जितनी चर्चा तो नहीं की जाती, लेकिन यहां की वस्तु कला काफी शानदार है। यहां कुछ ऐसी प्राचीन इमारतें हैं, जो आज भी खूबसूरती की मिसाल पेश करती हैं।
इतिहास
मांडू का हाथी महल अपने आर्किटेक्चर के लिए मिसाल है। इतिहासकारों के अनुसार, हाथी महल जैसी नक्काशी आज की किसी भी इमारत में देखने को नहीं मिलती है। इस महल का निर्माण 16वीं शताब्दी के आसपास किया गया था, जहां कई शासकों का राज रहा है। युद्ध के दौरान यहां की बहुत सी दीवारें और मीनारें टूट गईं।
खासियत
महल की खासियत की बात करें तो यह इंडो-इस्लामी शैली में बना हुआ है। गुंबद, मस्जिद और पैलेस सभी आपको इसी शैली में नजर आएंगे। वर्तमान की बात करें तो हाथी महल को दरिया खान मकबरा या फिर मांडवगढ़ महल के नाम से भी जाना जाता है। यहां आपको शानदार नमूने के साथ जटिल नक्काशी देखने को मिलेगी। यदि आप किसी ऐसे ऐतिहासिक जगह की तलाश में हैं, जो काफी अलग हो, तो आप इस महल का जरूर दीदार कर सकते हैं।