सागर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (indore) में बुजुर्गों के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था, वहीं दूसरी तरफ सागर (sagar) जिले में एक दिव्यांग (handicapped) के साथ पुलिस कर्मी (police personnel) द्वारा मारपीट और बदसलूकी (misbehaved) का मामला प्रकाश में आया है।
यह पूरा मामला सागर के सदर क्षेत्र का है, जहां सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के कार्यक्रम के दौरान पुलिसकर्मियों ने एक दिव्यांग को पहले तो मारा फिर उसके साथ दुर्व्यवहार कर उसे कार्यक्रम से बाहर फेंक दिया। दिव्यांग अपनी पत्नी के साथ अपनी समस्या लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) से मिलने पहुंचा था। इसी दौरान पुलिसकर्मी पर उसकी नजर पड़ी तो पहले तो उसे थप्पड़ मारा गया (slapped) और उसके बाद कार्यक्रम से उसे उठाकर बाहर फेंक दिया गया, जिसकी शिकायत दिव्यांग में कैंट थाना पहुंचकर दर्ज कराई।
दरअसल, दिव्यांग भागीरथ अहिरवार अपनी पत्नी के साथ कुटीर के लिए पट्टा और नौकरी की गुहार लेकर शिवराज सिंह चौहान से मिलने के लिए उनकी सभा में पहुंचा था। दिव्यांग सुबह 9:00 बजे ही सभा में पहुंच गया था। इस दौरान वह टॉयलेट के लिए दो बार बाहर उठ कर आया। इस बात से नाराज ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने उसे आने जाने से मना किया। पुलिसकर्मी के मना करने पर दिव्यांग ने अपनी समस्या उन्हें बताई। पुलिसकर्मी को दिव्यांग ने बताया कि उसकी पत्नी खो गई है, जिसको सुनकर पुलिसकर्मी आग बबूला हो गया। देखते ही देख उसने दिव्यांग को थप्पड़ मार दिया और उसे पंडाल से बाहर फेंक दिया। पुलिस कर्मी द्वारा दिव्यांग के साथ हुई अभद्रता का पता लगते ही पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी और कई लोग केंट थाने पहुंचे, जहां उनके द्वारा पुलिसकर्मी के खिलाफ आवेदन दिया गया।
बता दें कि शनिवार को प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सागर में मौजूद थे, जहां उन्होंने किसान कल्याण योजना के तहत 20 लाख किसानों के खाते में 400 करोड़ की राशि ट्रांसफर की। कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सागर ने सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है , सागर आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर तंज कसा। सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को धोखा दिया है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार तो लोगों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करती थी, लेकिन कॉन्ग्रेस सरकार ने तो कफन के 5000 रूपए भी छीन लिए। सीएम शिवराज ने आश्वासन देते हुए कहा कि हम जनता का विश्वास नहीं टूटने देंगे, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रकोप कम होते ही प्रदेश में सामूहिक विवाह फिर से शुरू किए जाएंगे।