ABHA Card : अब तक देश में कई सारी ऐसे योजनाएं चलाई जा रहे हैं जिनका लाभ मध्यमवर्गीय और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। मेडिकल सुविधाओं के लिए आयुष्मान कार्ड योजना की शुरुआत की गई जिसका अब तक करीब 4 करोड़ से ज्यादा लोग लाभ ले रहे हैं। वहीं मध्यप्रदेश में इस योजना के तहत डिजिटल हेल्थ कार्ड की शुरुआत भी सरकार द्वारा की गई।
दरअसल, केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत डिजिटल हेल्थ कार्ड यानी आभा कार्ड की शुरुआत की। ऐसे में अब तक मध्य प्रदेश में 3 करोड़ 90 लाख लोगों के आधार कार्ड बनाए जा चुके हैं। खास बात यह है कि इस कार्ड का सबसे बड़ा लाभ यह है कि बार-बार डॉक्टरों की पर्ची होने से परेशान लोग अब परेशान नहीं होंगे, क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी पूरा डाटा एक ही जगह पर आधार कार्ड में लोगों को मिल जाएगा।
खास बात यह है कि देश में सर्वाधिक आधार कार्ड बनने वाला मध्य प्रदेश सबसे आगे है। पिछले साल तक मध्यप्रदेश चौथे स्थान पर था। अभी आभा कार्ड सभी लोगों का बनाया जाना है। अब तक सिर्फ साढ़े तीन करोड़ के आभा कार्ड बन चुके हैं। इसको लेकर जल्द ही शिविर लगाए जाने की तैयारियां की जा रही है।
क्या है ABHA Card?
डिजिटल हेल्थ कार्ड को ही आभा कार्ड कहा जाता है। इसमें डिजिटली आपके पास अपने हेल्थ से जुड़ी सभी जानकारियां मौजूद होती है। आपको डॉक्टरों के पर्चे लेकर घूमने की जरुरत अब नहीं पड़ेगी। सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पताल में ये कार्ड काम करता है। इसको बनवाने के लिए आपको 14 अंकों का आईडी नंबर दिया जाता है। जिसमें एक क्यूआर कोड भी होता है। जिसके द्वारा आप अपनी जनकारियां देख सकते हैं।
जानें कैसे बनवाया जा सकता है ABHA Card
आपको बता दे, सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान मित्र के माध्यम से कार्ड निश्शुल्क बनवाया जा सकता है। इसके लिए आधार नंबर और मोबाइल नम्बर की जरुरत आपको पड़ेगी। इसके अलावा आप कामन सर्विस सेंटर से भी कार्ड बनवा सकते हैं। इसको बनवाने के लिए आपको सिर्फ 5 मिनिट लगते हैं। इसमें एक डिजिटल हेल्थ आइडी बनती है।
ABHA Card का फायदा
इस कार्ड में आपकी मेडिकल रिपोर्टस, दवाओं की पर्चियां, ब्लड ग्रुप की जानकारी, डॉक्टर की जानकारी आदि चीजें डिजिटल रूप में होगी। आपको बता दे, इस कार्ड में आप कब बीमार हुए, आपने किस डॉक्टर को दिखाया, क्या टेस्ट करवाएं आदि सब जानकारी होगी।