kidney transplanted: मंगलवार रात इंदौर में एक परिवार में नई मिसाल पेश की है। दरअसल महिला का ब्रेन डेड होने के बाद परिवार में उनकी दोनों किडनियां व लिवर को डोनेट किया हैं। जिसके चलते उनके इस सामाजिक फैसले से तीन लोगों को नया जीवन दिया गया है। दरअसल शहर में इसके लिए दो ग्रीन कॉरिडोर बने है। जिसके चलते महिला के अंग तीन मरीजों में ट्रांसप्लांट कर दिए गए। जानकारी के अनुसार यह इंदौर का 52वां ग्रीन कॉरिडोर है।
महिला का ब्रेन डेड हुआ :
दरअसल जानकारी के मुताबिक महिला का नाम वैशाली पति प्रदीप पारीख (51) निवासी वेंकटेशन नगर बताया जा रहा है। जिसे कुछ समय पहले ब्रेन हेमरेज के चलते शहर के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों द्वारा परिवार को बताया गया कि महिला का ब्रेन डेड हो चुका है। वहीं महिला के परिवार ने एक बड़ा फैसला लिया और परिवार ने दोनों किडनियां व लीवर ट्रांसप्लांट कराने की इच्छा जताई। जिसके बाद चार सदस्यीय टीम ने पूरा परीक्षण कर ब्रेन डेथ घोषित किया।
64 वर्षीय बुजुर्ग को ट्रांसप्लांट किया गया:
जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर वैशाली की एक किडनी मेदांता हॉस्पिटल में ही भर्ती हुई 50 वर्षीय महिला को ट्रांसप्लांट की गई। जिसके बाद पहला ग्रीन कॉरिडोर शहर के मेदांता हॉस्पिटल से चोइथराम हॉस्पिटल के लिए बनाया गया। जानकारी में सामने आया की इसके लिए करीब रात 8 बजे डॉक्टरों की एक टीम लिवर के साथ चोइथराम पहुंची। जानकारी के मुताबिक करीब रात 8.17 बजे लिवर एक 64 वर्षीय बुजुर्ग को ट्रांसप्लांट किया गया।
दूसरा ग्रीन कॉरिडोर :
वहीं जिसके बाद मेदांता हॉस्पिटल से शेल्बी हॉस्पिटल के लिए दूसरा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। जहां रात करीब 8.17 बजे टीम किडनी लेकर निकली और 8.25 बजे शेल्बी हॉस्पिटल पहुंची। जानकारी के अनुसार किडनी 37 वर्षीय युवक को ट्रांसप्लांट की गई है।