Air Quality Index MP:- भोपाल की हवा का बुरा हाल , जाने मध्यप्रदेश में वायु प्रदूषण का हाल

Manisha Kumari Pandey
Published on -
NO Car Day

भोपाल , डेस्क रिपोर्ट । हम इंसान प्रकृति कि गोद में रहते हैं । हमारा खुद का एक ecosystem है । जहां सांस लेने के लिए ऑक्सीजन है और पीने के लिए पानी । लेकिन दिन प्रतिदिन प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है । देश के कुछ शहर जैसे कि दिल्ली का air quality index इतना बुरा हो चुका है कि वहां सांस लेना भी मुश्किल है । आज हमारी यह खबर मधयप्रदेश में air quality index कि जानकारी देगा ।

यह भी पढ़े … Suspend: भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई, निगमायुक्त ने मीटर रीडर को किया तत्काल प्रभाव से निलंबित

8 फरवरी यानी आज शाम 7:00 बजे तक मध्य प्रदेश का 110 AQI US के साथ एयर क्वालिटी बहुत ही बुरा रहा । मध्य प्रदेश कि राजधानी भोपाल  शहर का एयर क्वालिटी  इंडेक्स बहुत ही ज्यादा खराब रहा जिसमें एयर क्वालिटी इंडेक्स 188 AQI us दर्ज  किया गया । अधिक प्रदूषित हवा वाले शहरों में भोपाल , बुरहानपुर, ग्वालियर, इंदौर , जबलपुर, ओरछा , उज्जैन,  उमरिया, और विदिशा शामिल है। तो वही खजुराहो 83 AQI US  के साथ , मंदसौर 95 एक्यूआई यूएस  के साथ , रतलाम 56 एक्यूआई यूएस के साथ मॉडरेट स्तर पर रहा । जानकारी के लिए बता दे कि , उज्जैन भारत में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में से एक है।

आज मध्यप्रदेश कि हवा में सल्फर डाइऑक्साइड पोल्यूटेंट की मात्रा 7 दर्ज की गई।  नाइट्रोजन डाइऑक्साइड की मात्रा 24 दर्ज की गई । तो वही O3 कि  मात्रा 12  और कार्बन ऑक्साइड की मात्रा एक दर्ज की गई। स्वास्थ को मद्देनजर रखते हुए , मध्यप्रदेश के लोगों को pollution से बचने के लिए बाहर मास्क पहने और प्यूरीफायर इस्तेमाल  कर दें की सलाह दी गई है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News