कांग्रेस नेता का आरोप’ “भ्रष्टाचार का भूरिया कनेक्शन”, सीबीआई जांच की मांग

Gaurav Sharma
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झाबुआ, डेस्क रिपोर्ट। अलीराजपुर जिले के जोबट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे वरिष्ठ नेता महेश पटेल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया पर संगीन आरोप लगाया है। उनका कहना है कि झाबुआ रतलाम संसदीय क्षेत्र के बीजेपी सांसद जी एस डामोर जिस 600 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपी हैं, कांतिलाल भूरिया भी उसमें शामिल है। पटेल ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

अपने पिता और भाई की समृद्धि राजनीतिक विरासत के बावजूद जोबट से विधानसभा चुनाव हारे महेश पटेल की खीज इन दिनों केंद्रीय मंत्री रहे कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया पर जमकर निकल रही है। पटेल पहले भी चुनाव में हार का कारण कांतिलाल भूरिया और उनके बेटे विक्रांत द्वारा की गई भितरघात को बताते रहे हैं। इसके जवाब में भूरिया ने महेश पटेल को डकैत, शराबी और दलाल तक कह दिया था। अब महेश पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस करके कांतिलाल भूरिया पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल झाबुआ अलीराजपुर क्षेत्र में 2005-2006 मे फ्लोरोसिस रोग को मिटाने के लिए पीएचई विभाग द्वारा शुद्ध पेयजल की 600 करोड़ रुपए की योजना में घोटाले को लेकर भाजपा सांसद जी एस डामोर पर अलीराजपुर की एक कोर्ट ने मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

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महेश पटेल का कहना है कि जिस समय यह घोटाला हुआ, उस समय सांसद कांतिलाल भूरिया थे और इस घोटाले की जानकारी उन्हें न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। महेश पटेल का कहना है कि भूरिया उस समय केंद्रीय मंत्री भी थे और उनके नजदीकी शांतिलाल पडियार पीएचई के ठेके लेते थे। फ्लोरोसिस प्रोजेक्ट के जो हैंडपंप खुदे हैं, वह काम भी शांतिलाल पडियार ने किया है। पटेल का आरोप है कि उस समय झाबुआ और अलीराजपुर संयुक्त जिला था और फ्लोरोसिस प्रोजेक्ट के लिए इलाज अलीराजपुर को बनाया गया था। पटेल ने साफ कहा है कि इस मामले में भूरिया की संलिप्तता साफ तौर पर जाहिर होती है और इस पूरे मामले की सीबीआई के माध्यम से जांच होनी चाहिए।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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