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Sun, Dec 7, 2025

इंदौर से दिल्ली के बीच चलने वाली एलायंस एयर की फ्लाइट 18 नवंबर तक के लिए की गई निरस्त

Written by:Rishabh Namdev
इंदौर देवी अहिल्याबाई एयरपोर्ट से संचालित होने वाली सरकारी एयरलाइन एलायंस एयर ने बड़ा फैसला लिया है। बता दें कि कंपनी ने 18 नवंबर तक अपनी फ्लाइट्स को निरस्त कर दिया है। कंपनी ने पहले इसे वीक में तीन बार संचालित करने का निर्णय लिया था।
इंदौर से दिल्ली के बीच चलने वाली एलायंस एयर की फ्लाइट 18 नवंबर तक के लिए की गई निरस्त

18 नवंबर 2025 तक इंदौर से दिल्ली के बीच चलने वाली एलायंस एयर की फ्लाइट को निरस्त कर दिया गया है। बता दें कि कंपनी ने इंदौर से दिल्ली के बीच चलने वाली नियमित उड़ान को सप्ताह में तीन दिन चलाने का निर्णय लिया था। यह निर्णय 26 अक्टूबर को लागू किया गया था, जो कि विंटर शेड्यूल के लिए था। ऐसे में कल शेड्यूल के तहत पहली फ्लाइट दिल्ली रवाना होनी थी, लेकिन अब कंपनी ने बड़ा फैसला लेते हुए 18 नवंबर तक सभी फ्लाइट्स निरस्त कर दी हैं।

जानकारी दें दे कि एलायंस एयर भारत सरकार की अब एकमात्र सरकारी एयरलाइन है। दरअसल पहले एयर इंडिया भी भारत सरकार की एयरलाइन थी, लेकिन अब एयर इंडिया का कारोबार टाटा ग्रुप के हाथ में है। हालांकि, एलायंस एयर द्वारा इंदौर एयरपोर्ट से एकमात्र उड़ान दिल्ली के लिए ही संचालित की जाती है।

यह था फ्लाइट का शेड्यूल

जानकारी के अनुसार, एलायंस एयर की फ्लाइट दिल्ली से शाम 5:30 बजे रवाना होती है, जो 7:40 बजे इंदौर पहुंचती है। यही फ्लाइट इंदौर से रात 8:05 बजे दिल्ली के लिए रवाना होती है और 10:10 बजे दिल्ली पहुंचती है। पहले एलायंस एयर द्वारा इस फ्लाइट को रोजाना संचालित किया जाता था, लेकिन 26 अक्टूबर के बाद इसके शेड्यूल में बदलाव कर दिया गया और विंटर शेड्यूल के तहत सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार उड़ने का फैसला लिया गया था।

18 नवंबर तक की सभी फ्लाइट्स निरस्त

विंटर शेड्यूल के तहत 30 अक्टूबर को कंपनी द्वारा फ्लाइट संचालित होनी थी, लेकिन अब कंपनी ने इसे निरस्त करने का निर्णय लिया है। न सिर्फ कल, बल्कि कंपनी ने 18 नवंबर तक की सभी फ्लाइट्स निरस्त कर दी हैं। हालांकि, जिन यात्रियों ने पहले से बुकिंग करवा रखी थी, उन्हें अब ऐसी स्थिति में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले भी कई बार ऐसा हुआ है जब कंपनी ने अपनी उड़ानों को निरस्त किया है। ऐसे में सरकारी एयरलाइन पर लोगों का भरोसा कम होता जा रहा है और यात्रियों की संख्या भी घट गई है।