रणजीत हनुमान को लगाया गया अन्नकूट का भोग, 50 हजार भक्तों को बांटी गई प्रसादी, 130 वर्षों से चली आ रही परंपरा

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Ranjeet Hanuman Annakoot

Ranjeet Hanuman Annakoot : इंदौर के प्रसिद्ध रणजीत हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। इस मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है। मान्यता है कि यहां मांगी जाने वाली हर मनोकामना पूर्ण होती है। हर साल बाबा रणजीत हनुमान मंदिर में अन्नकूट मोहत्सव का आयोजन किया जाता है। इस साल भी आंवला नवमी पर अन्नकूट का आयोजन किया गया। 130 सालों से अन्नकूट मोहत्सव का आयोजन लगातार किया जा रहा है।

इस साल भी अन्नकूट मोहत्सव का आयोजन किया गया जिसमें 50 हजार श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी संजय व्यास ने कहा कि इस मौके पर बाबा रणजीत का भव्य दर्पण श्रृंगार भी किया गया। साथ ही पुजारी दीपेंद्र व्यास ने बताया कि 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए माता अन्नपूर्णा का भंडार तैयार किया गया, जिसमें 450 लोगों की टीम लगाई थी।

जानकारी के मुताबिक, आंवला नवमी को लेकर मान्यता है कि आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए आंवले के पेड़ के नीचे दान करने से वह अक्षुण्ण हो जाता है। मान्यतानुसार इसका लाभ हमें युगों-युगों तक मिलता है। इस वजह से हर साल इसी दिन रणजीत हनुमान मंदिर में कई वर्षों से अन्नकूट का आयोजन किया जा रहा है।

500 से अधिक सेवार्थी

बता दें कि पिछले दो दिनों से महाप्रसादी बनाने का काम चल रहा था। इधर बुजुर्गों को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा विशेष पास तैयार किए गए थे। वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल और 500 से ज्यादा सेवार्थी भी मंदिर की व्यवस्था देखने में जुटे थे।

हर वर्ष होते हैं 2 बड़े आयोजन

रणजीत बाबा के दरबार में साल में दो बार इस प्रकार का आयोजन किया जाता है। एक हनुमान जयंती के बाद होता है, जिसे भंडारा कहा जाता है और आंवला नवमी पर जो आयोजन होता है उसे अन्नकूट कहा जाता है। बता दें कि इस बार बाबा का श्रृंगार दर्पण के रूप में किया गया था, जिसमें बाबा रणजीत श्रीराम के दर्शन करवाते नजर आ रहे हैं।

101 मंदिरों में भेजते है प्रसादी

श्री रणजीत हनुमान के दरबार से करीब 101 मंदिरों तक ये महाप्रसादी भेजी जाती है। यह प्रसादी 60 क्विंटल सब्जी, 45 क्विंटल आटा, 55 टीन के डिब्बे शुद्ध घी, 120 तेल के डिब्बे, 16 क्विंटल बेसन और 8 क्विंटल शक्कर से तैयारी की गई थी।

इंदौर से मंगल राजपूत की रेपोर्ट


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Ayushi Jain

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