अनूपपुर, डेस्क रिपोर्ट।देशभर में इन दिनों महिला सशक्तिकरण (woman empowerment) पर काफी जोर दिया जा रहा है महिलाओं को राजनीति (politics) सहित अन्य गतिविधियों में शामिल करने के लिए बड़े-बड़े योजना सहित कार्यशैली तैयार की जा रही है। वही महिला सशक्तिकरण की बात और उनके अधिकार मैं समानता की बात अब मध्य प्रदेश के मंत्री बिसाहूलाल सिंह (bisahulal singh) ने की है।
हालांकि मध्य प्रदेश के मंत्री बिसाहूलाल सिंह का दिया बयान अब विवादों के घेरे में आ गया है। दरअसल स्वर्ण महिलाओं को लेकर उनके द्वारा दिया गया विवादास्पद बयान चर्चा का विषय बन गया है। सवर्ण जाति सहित स्वर्ण महिलाओं पर बोलते हुए बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि महिलाओं को समाज में कंधे से कंधा मिलाकर चलने नहीं दिया जाता था। बड़े-बड़े लोग अपने घर की महिलाओं को आज भी कैद करके रखते हैं, जिसके कारण समानता का अभाव है। यदि समानता लाना है तो उच्च जाति के महिलाओं को भी घर से खींच कर बाहर निकालना होगा और उन्हें सामाजिक दृष्टिकोण में शामिल सभी विकसित गतिविधियों में शामिल करना होगा।
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सर्वजन सुखाय सामाजिक संस्था ने नारी रत्न सम्मान समारोह का आयोजन उप तहसील फुनगा में किया था, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह (Food Supplies Minister Bisahulal Singh) शामिल हुए।
कार्यक्रम में मंत्री महिलाओं के अधिकार की बात कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े ठाकुर ठकार अपने घर की महिलाओं को समाज में कंधे से कंधा मिलाकर चलने नहीं देते हैं, बड़े-बड़े लोग अपने घर की महिलाओं को कैद करके रखते हैं. उन्होंने कहा कि समानता लाना है तो उच्च जाति की महिलाओं को भी घर से खींचकर निकालो।