अशोकनगर, हितेन्द्र बुधौलिया। तुलसी सरोवर पार्क के पास बने पहाड़ीखेड़ा के हनुमान मंदिर में बीती रात चोरी की घटना हुई है। चोरी की इस घटना के दौरान भगवान का चमत्कार भी देखने को मिला। लाख जातन करने के बाद भी चोर भगवान की मूर्ति के पास नहीं पहुंच पाए। दरअसल चार ताले तोड़ने के बाद आखरी में बचे 1 ताले को चोर नहीं तोड़ पाये । इसे लोग हनुमान जी का चमत्कार मान रहे हैं। खबर के मुताबिक चोरों ने मंदिर में लगे 5 में से चार ताले तोड़े एवं दान पेटी में रखे पैसों को चुरा लिया है। हालांकि गर्भ ग्रह के दो ताले में से एक ही ताला तोड़ पाए। एक ताला चोर नहीं तोड़ पाये। जिस वजह से चोर गर्भ ग्रह में प्रवेश नहीं कर पाए और हनुमान जी की मूर्ति सहित वहां के चांदी के मुकुट एवं अन्य सामान पूरी तरह सुरक्षित मिला।
यह भी पढ़ें- MP News: लापरवाही पर बड़ा एक्शन, शिक्षक- कर्मचारियों समेत 11 निलंबित, 80 का वेतन काटा
सुबह पुजारी कमलेश महाराज जब मंदिर पहुंचे तो मुख्य दरवाजे के दोनों ताले उन्हें टूटे हुए मिले। इसके बाद उन्होंने स्थानीय लोगो सहित पुलिस को सूचना दी। चोरी में उपयोग की गई फनर भी मंदिर परिसर में मिली हैं। पुलिस के पहुंचने पर जब मंदिर परिसर में प्रवेश किया तो मंदिर के मुख्य गेट के तीन ताले टूटे हुए मिले। साथ ही दानपेटी का ताला भी टूटा हुआ था। इसमें रखी सिर्फ 15 रु नगदी चोर अपने साथ ले गए। इसके बाद पट खोल कर अंदर गर्भ ग्रह को देखा तो यहां लोहे के गेट में लगे 2 तालों में से ऊपर का ताला टूटा हुआ जमीन पर पड़ा था। जबकि नीचे का ताला लगा हुआ मिला। इस कारण चोर गर्भ ग्रह में प्रवेश नहीं कर पाए।
यह भी पढ़ें- PUBG Ban In India : भारत में पब्जी बैन होने के बाद भी आखिर कैसे उपलब्ध है?
लोग इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं, कि जो चोर चार बड़े-बड़े ताले तोड़ चुके हो, उनसे एक ताला और नही टूटना विस्मयकारी लगता है। इसी ताले की मजबूती या किसी चमत्कार के कारण चोर गर्भ ग्रह तक ना पहुंच पाए और हनुमान जी की मूर्ति सहित वहा का सारा सामान पूरी तरह सुरक्षित मिला। इस आखरी ताले को चोरों ने तोड़ने का पूरा प्रयास किया था,इस कारण यह चाबी से नहीं खोला जा सका । पुलिस कर्मी यशवंत रघुवंशी ने जरा से प्रयास से इसी ताले को तोड़ दिया,जबकि चार चार ताले तोड़ चुके चोरों से यह ताला नहीं टूटा था। पुजारी का कहना है कि हनुमान जी महाराज को मुकुट पहने हुये हैं वह उनकी तीन पीढ़ियों से चला आ रहा हैं. इसके अलावा चांदी के और भी सामान्य थे जिनकी कीमत करीब 1 लाख रु के आसपास आंकी गई है। अगर चोर इस में सफल हो जाते तो एक बड़ा नुकसान मंदिर को हो सकता था।