अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अशोक नगर पहुंचकर अग्रवाल गार्डन में सामूहिक रूप से कोरोना से मृत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के समय सरकार के प्रयासों में बहुत कमजोरियां रही। साथ ही क्षेत्र में उद्योगपतियों द्वारा भेजी गई ऑक्सीजन के लिए आभार भी व्यक्त किया। पत्रकारों से सवालों के जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर सिंधिया कह रहे हैं कि उनके डीएनए में सिर्फ समाज सेवा है तो सिंधिया को समाज सेवा ही करना चाहिए, मंत्री पद की दौड़ से बाहर हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मंत्री पद मिले तब भी मना कर देना चाहिये। इसी के साथ उन्होने कहा कि सिंधिया जी को भी बीजेपी नेताओं की तरह झूठ बोलने की आदत लग गई है।
नरोत्तम मिश्रा का दिग्विजय पर पलटवार, कहा- “पाकिस्तानी सोच, सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बात करते हैं”
कांग्रेस की सरकार के आने पर कश्मीर में आर्टिकल 370 दोबारा लागू किये जाने के अपने बयानों को लेकर दिग्विजय ने कहा कि कश्मीर के धारा 370 खत्म कहा हुई है। मोदी सरकार से पहले ही धारा 370 की कई चीजें हटाई जा चुकी है। कुछ चीजों को मोदी सरकार ने कम कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी जी और अमित शाह अपने वादों से पीछे हट रहे हैं। हाल ही में हुई कश्मीर के नेताओं के साथ मोदी की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि मोदी जी काम पहले करते हैं, बैठक बाद में करते है। कश्मीर में जो भी किया जाना था अगर यही बैठक उसके पहले कर लेते तो कौन सी दिक्कत होती। सिंधिया द्वारा वैक्सीन के मामले में कांग्रेस नेताओं के द्वारा नकारात्मकता फैलाने के मामले पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ना तो कभी राहुल गांधी ने और ना कभी मनमोहन सिंह ने वैक्सीन ना लगवाने को लेकर नकारात्मक बयान दिया है।
हाल ही में अशोक नगर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बयान दिया था कि क्षेत्र में रेमडेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन उन्होंने उपलब्ध कराई थी। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि दो टैंकर ऑक्सीजन तो गुना अशोकनगर में उद्योगपतियों के द्वारा भेजी गई थी। इंजेक्शन अगर सिंधिया ने भेजे हैं तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि सिंधिया जी को भी मोदी जी एवं अमित शाह की तरह झूठ बोलने की आदत लग गई है।
इसके पूर्व मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा मौत के आंकड़ों के मामले में गलत बयानी की जा रही है। अशोकनगर जिले में सरकारी आंकड़े में 38 मौतें हैं। जबकि उन्हें बताया गया है कि इस दौरान 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है । उन्होंने सरकार से मांग की कि जिन लोगों की मौत हुई है उनके सही आंकड़े जारी किए जाएं। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी कहा है कि अस्पताल में जाकर डॉक्टरों से बात करें, जिन लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई है और उन्हें कोविड की दवाएं दी गई हो तो उनकी मृत्यु को कोरोना से होने का प्रमाण पत्र दिलाए।