अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। करीब 1 सप्ताह से जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण हालात बहुत ज्यादा खराब हो गए हैं। ज्यादातर नदी नाले उफान पर हैं। पुल पुलिया डूब चुके हैं और कई गांव में पानी घुस चुका है। सैकड़ों की संख्या में कच्चे मकान जमींदोज हो रहे हैं। बहादुरपुर कस्बा दो नदियों के उफान के कारण टापू में तब्दील हो गया है। ज्यादातर डेम से पानी निकालने के लिए उनके गेट खोलने की तैयारी चल रही है। इसी बीच लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। विधायक जजपाल सिंह जज्जी गांव गांव घूमकर लोगों की मदद कर रहे है, मगर भादौन में उनके घर में भी नदी का पानी घुस गया है। विधायक के घर में करीब दो फीट तक पानी भर गया है।
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पूरे जिले में लगातार एक सप्ताह से बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही। रह-रहकर हो रही तेज बरसात के कारण स्थितियां असामान्य होने लगी है। सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति बहादुरपुर कस्बे की है। इस कस्बे के दोनों तरह मौला एवं कथन नदी बहती है जो खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुकी है। वहीं आवागमन के लिए बने दोनों ओर पुल पानी में डूब गए हैं। इस कारण यह कस्बा टापू में तब्दील हो गया है।
अशोकनगर से पिपरई का मार्ग बंद हो चुका है। साडोरा कस्बे के अंदर रहने वाले नाले में बाढ़ आ गई है, जिससे आसपास रखी गुमटियां पानी में बह गई है। नाले का पानी घरों में घुस गया है। बरखेड़ा छज्जू डैम पूरी तरह से भरने के कारण उसके गेट खोलने की तैयारी चल रही है। इसी कारण कई गांवों में पानी भरने एवं दूसरी नदियों में जलभराव की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है। चन्देरी में जिले का सबसे बड़ा बांध राजघाट जो बेतवा नदी पर बना है अब वह भी लबालब हो चुका है उसके भी गेट खोल दिए गए हैं।
7 दिन में बरसात का कोटा पूरा हो चुका है। अशोकनगर जिले की सामान्य औसत वर्षा 882 मिली मीटर है, जो आज पूरी होने की स्थिति में आ गई है। देर रात तक मिली जानकारी के अनुसार 774 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। 7 दिन पहले यह बारिश लगभग 400 मिलीमीटर थी। 1 सप्ताह में पहली बार इतनी बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है ।मौसम विभाग ने अशोकनगर जिले में हाई अलर्ट कर दिया है। साथ ही 9 तारीख तक यहां बारिश का पूर्वानुमान भी जारी कर दिया गया है।