अशोकनगर मुंगावली अलीम डायर। अशोकनगर जिले के मुंगावली तहसील अंतर्गत आने वाले मल्हारगढ़ के निसई घाट से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन ने पकड़ा जोर। देखने में आया है कि पांच पांच बोट डालकर बड़े स्तर पर चल रहा है रेत का अवैध काला कारोबार। जिसको सड़क निर्माण और मुंगावली स्मार्ट सिटी को बनाए जाने में खपाया जा रहा है इसके अलावा जिला अशोकनगर से लगे हुई कई जिलो में भी सप्लाई की जा रही है।
जिस पर ना तो पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है और ना ही राजस्व विभाग इसके अलावा अवैध उत्खनन और परिवहन रोकने का मुख्य कार्य माइनिंग विभाग का है वह भी इस कार्य को रोकने में मूक बधिर साबित हो रहा है। आपको बता दें कि मुंगावली तहसील और पुलिस थाने के सामने से लगातार दिन रात सैकड़ों ट्रेक्टर ट्राली ओर डंफरो से इस काली बजरी का परिवहन हो रहा है इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन और नगर के वरिष्ठ अधिकारी आंखें बंद करें बैठे है।
इतना ही नहीं अयोध्या फैसले में लगने बाली धारा144 जिले में लगी रही फिर भी यह अवैध रेत का व्यापार बदस्तूर जारी रहा पुलिस प्रशासन की आंखों के सामने से ट्रेक्टर ट्राली निकल रहे थे जबकि प्रशासन को कार्यबाही करना चाहिए थी जो नही की गई है अब तो लोकल के नेताओ ओर कुछ अप्रवासी नेताओ के द्वारा निसई घाट से रेत निकालकर वेतवा नदी को छलनी किया जा रहा हैं।
वहीं दूसरी ओर जब इस मामले में अधिकारियों से बात की गई तो वह गोलमोल जवाब देते पाए गए इससे तो यही लगता है कि प्रशासन की मिलीभगत और कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से यह अवैध रेत का धंधा फल-फूल रहा है और बेतवा नदी को छलनी कर शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।