Ashok Nagar News: अशोकनगर जिले के बड़े राजनीतिक रसूख वाले राव परिवार के सदस्य एवं कद्दावर नेता रहे स्व.राव देशराज सिंह के जेष्ठ पुत्र एवं जिला पंचायत सदस्य राव यादवेंद्र सिंह यादव आज भोपाल में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने वाले हैं। सदस्यता ग्रहण करने से पहले उन्होंने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसमें क्षेत्र की जनता की उपेक्षा एवं कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप प्रमुख है। साथ ही उन्होंने एक बड़ी बात यह कही यह सब तब से हुआ है।जब से सिंधिया और उनसे जुड़े लोग भारतीय जनता पार्टी में आए हैं।
राव यादवेन्द्र सिंह का परिवार है भाजपाई
उल्लेखनीय है कि यादवेंद्र सिंह के छोटे भाई अजय प्रताप सिंह यादव इस समय निगम उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त किए हुए भाजपा नेता है। जबकि इनकी मां बाईसाहब यादव पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है। यादवेंद्र सिंह के पिता राव देशराज सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने छह बार मुंगावली से टिकट दिया था। खुद यादवेंद्र सिंह जिला पंचायत उपाध्यक्ष रहे हैं एवं भारतीय जनता पार्टी में संगठन में उपाध्यक्ष पद पर रहे हैं।
यहाँ बता दें है कि राव परिवार की मुंगावली क्षेत्र में खासी पकड़ मानी जाती है। यही कारण है कि 6 बार राव देशराज सिंह और एक बार उनकी मां भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा संगठन एवं दूसरे पदों पर भी इस परिवार के लोगों का दबदबा लंबे समय से जिले में रहा है।
देशराज सिंह उन नेताओं में शुमार रहे हैं जिन्होंने अशोकनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी को स्थापित किया है। इन सारी परिस्थितियों के बीच यादवेंद्र सिंह आज भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। कांग्रेस में जाने से पहले उन्होंने आरोप लगाया कि अब भारतीय जनता पार्टी श्यामा प्रसाद मुखर्जी दीनदयाल उपाध्याय या अटल बिहारी वाजपेई वाली पार्टी नहीं रही है।
सिंधिया और उनके समर्थकों पर साधा निशाना
उनका कहना है कि मुंगावली क्षेत्र एवं जिले भर में उनके कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। साथ ही कार्यकर्ताओं प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया है। इन सब के पीछे वह ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके साथ आए लोगों के भाजपा में आने को सबसे बड़ा कारण मानते हैं। मुंगावली से कांग्रेस के विधानसभा टिकट मिलने पर उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई शर्त नहीं होती जो कार्यकर्ता योग्य होगा एवं कार्य करेगा पार्टी उन्हें टिकट देती है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....