Atique Ahmed Shifting: यूपी पहुंचा अतीक अहमद का काफिला, 100 से ज्यादा मामले में आरोपी है गैंगस्टर

Diksha Bhanupriy
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Atique Ahmed

Atique Ahmed Shifting News: गैंगस्टर अतीक अहमद को आज पुलिस का काफिला प्रयागराज लेकर जा रहा है। शिवपुरी के समीप हादसा होने के बाद कुछ पल के लिए रुका का काफिला अब उत्तर प्रदेश पहुंच चुका है। यहां कुछ देर रुकने के बाद गैंगस्टर को प्रयागराज ले जाया जाएगा। अपराध से राजनीति  की दुनिया में कदम रखने वाले अतीक पर लगभग 100 से ज्यादा मामले दर्ज है।

गुजरात से यूपी शिफ्ट किया गया Atique Ahmed

अतीक अहमद को गुजरात से उत्तर प्रदेश शिफ्ट किया गया है। अतीक को लेकर काफिला उत्तर प्रदेश की सीमा में पहुंच चुका है। यह सफर लगभग 36 घंटे का था, जो गुजरात से राजस्थान और उसके बाद मध्यप्रदेश होकर उत्तर प्रदेश पहुंचा।

काफिला किस रूट से जाएगा इसकी जानकारी किसी को भी नहीं थी गुजरात से यूपी तक कुल 18 स्पॉट बनाए गए थे और तय की गई जगह पर ही काफिले के रुकने के इंतजाम थे।

अतीक अहमद का कहना काहे का डर

गैंगस्टर को लेकर पुलिस का काफिला जैसे ही उत्तर प्रदेश पहुंचा पत्रकारों की भीड़ ने पूरी वैन को घेर लिया और जब यहां मीडिया ने उससे सवाल पूछते हुए कहा कि डर लग रहा है, तो हंसते हुए अतीक ने कहा कि काहे का डर। उसका ये वीडियो सामने आया है, जिसमे उसने मीडिया के सवाल का जवाब दिया है।

यूपी पहुंचे काफिले को झांसी में कुछ देर के लिए रोका गया है, यहां पर चाय नाश्ता करने के बाद यह फिर से प्रयागराज के लिए रवाना हो जाएंगे। गैंगस्टर को यहां की नैनी जेल में रखा जाने वाला है जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।

अतीक अहमद पर आरोप

गुजरात के साबरमती से यूपी के प्रयागराज लाए जा रहे अतीक अहमद पर उमेश पाल अपहरण और हत्या का मामला दर्ज है। इस मामले में 28 मार्च को फैसला आने वाला है। गैंगस्टर ने उत्तर प्रदेश नहीं जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और बताया था कि उसे जान का खतरा हो सकता है।

साल 2019 से अतीक साबरमती जेल में बंद है, वह फूलपुर का सांसद रह चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने इस बात का निर्देश दिया था कि उसे गुजरात की हाई सिक्योरिटी जेल में ट्रांसफर कर दिया जाना चाहिए। उस पर रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल के अपहरण और मारपीट का आरोप भी लगा है।

उमेश पाल हत्याकांड समेत लगभग 100 ऐसे अपराधिक मामले हैं जो गैंगस्टर के नाम दर्ज है। 24 फरवरी 2005 में हुए बसपा विधायक राजू पाल की हत्या में भी वह मुख्य आरोपी है। इसी केस में उमेश पाल मुख्य गवाह था जिसकी हाल ही में हत्या की गई है और अतीक के गुर्गों ने इसे अंजाम दिया है, ऐसा कहा जा रहा है।

गैंगस्टर पर 100 से ज्यादा केस है, एमपी-एमएलए कोर्ट ने 23 मार्च को सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रखते हुए गैंगस्टर को पेश करने का आदेश दिया था। अगर वह दोषी सिद्ध हो जाता है और उसे सजा सुनाई जाती है यह पहला केस होगा जिसमें वह सजा काटेगा।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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