ग्रामीण थाना क्षेत्र अंतर्गत मगरदर्रा में वन्यप्राणी के शिकार के लिए बिछाये गये करंट की चपेट में आने से शिकारी के साथ ही एक बेकसूर मछुआरे की मौत हो गई। घटना की जानकारी मंगलवार दोपहर मांडोगढ़ तालाब की ओर बदबू आने के बाद पता चली। जिसके बाद घटना की सूचना ग्रामीण पुलिस को दी गई। इस घटना में मगरदर्रा निवासी 33 वर्षीय रामचरण पिता धुरनलाल पंचेश्वर और 52 वर्षीय सुंदरलाल पिता झाडुलाल उके की मौत हो गई।
वन्यप्राणी के शिकार के लिए बिछाये गये बिजली करंट की चपेट में आने से दो लोगों की मौत होने की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण थाना प्रभारी डीएसपी ललित कश्यप, एएसआई रामेश्वर मनघाटे, एएसआई कोमेन्द्र गौतम, प्रधान आरक्षक मुकेश रंगारी, आरक्षक आशीष सहित हमराह स्टॉफ घटनास्थल पहुंचा और घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण कर शव पंचनामा कार्यवाही के बाद शव को बरामद कर उसे पीएम के जिला चिकित्सालय लाया गया।
बताया जाता है कि रामचरण, करंट बिछाकर वन्यप्राणी का शिकार करने वाले समूह का सदस्य था। जबकि मछुआरा, सुंदरलाल मंडोगढ़ तालाब में मछली पकड़ने गया था। हालांकि यह साफ नहीं है कि दोनो की मौत कब हुई होगी, लेकिन जो जानकारी सामने आ रही है कि उसके अनुसार अपने रामचरण को बुलाने बीते दिवस उसके साथी घर पहुंचे थे, जिनके साथ वह घर से निकला था। आशंका जाहिर की जा रही है कि रामचरण और उसके साथियों द्वारा 11 केव्ही की बिजली लाईन से वन्यप्राणी का शिकार करने बिजली करंट बिछाया गया। जिसमें रामचरण के अलावा मछुआरा सुंदरलाल आ गया। जिससे दोनो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
इनका कहना है
शिकारी ग्रुप के लोगों द्वारा वन्यप्राणी का शिकार करने बिछाये गये करंट से शिकार ग्रुप के सदस्य और मछली पकड़ने जा रहे एक मछुआरे की मौत हो गई है। बीती रात हुई इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल से शव बरामद कर लिया है। जिन्हें पीएम के लिए भिजवाया गया है। मामले में मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया है। पीएम रिपोर्ट और विवेचना के बाद ही साफ हो पायेगा कि घटना कब हुई है और इसमें कौन संलिप्त है।
ललित कश्यप, डीएसपी, थाना प्रभारी ग्रामीण