बालाघाट, सुनील कोरे। कलेक्टर बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए ? क्या बिना IAS बने भी कलेक्टर पद पाया जा सकता है ? क्या एक सामान्य कागज पर आवेदन लिखकर कलेक्टर की नौकरी मिल सकती है ? आपको ये सवाल अजीब लग रहे होंगे, लेकिन अब जो खबर हम आपको बताने जा रहे हैं, वो इन सारे सवालों का जवाब है।
बालाघाट में महेंद्र सिंह चौहान नाम के एक युवक ने कमिश्नर को पत्र लिखकर स्वयं को कलेक्टर बनाए जाने की मांग की है। इन्हें किसी ने जानकारी दी थी कि बालाघाट में कलेक्टर का पद रिक्त है और इस पद का आदेश कमिश्नर निकालते हैं। इनके मुताबिक इन्हें कलेक्टर कार्यालय में किसी हैड बाबू ने एक महीने पहले बताया था कि बालाघाट में कलेक्टर का पद रिक्त है और इस पद पर कमिश्नर द्वारा नियुक्ति की जाती है। इसीलिए इन्होने एक साधारण आवेदन कमिश्रर के नाम पर लिखा जिसमें खुद को कलेक्टर बनाने का अनुरोध किया है।
लांजी जिले के ग्राम डोरली के रहने वाले भूपेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक उन्होने एमए किया है, कम्प्यूटर में पीजीडीसीए की डिग्री है तथा उन्हें टाइपिंग भी आती है। इसी आधार पर उन्होने लिखा है कि “मैं अपना आवेदन जिला बालाघाट में कलेक्टर के पद के लिए प्रस्तुत कर रहा हूं। उक्त पद के लिए मैं आवश्यक उम्मीदवारी रखता हूं। मेरा चरित्र शंका प्रद नहीं रहा है। अत: निवेदन है कि मेरा आवेदन स्वीकर कर जल्दी से जल्दी आवेदित कार्यवाही करने की कृपा करें।” कलेक्टर पद के लिए आवेदन करने वाले भूपेंद्र के आवेदन में व्याकरण की कई गलतियां हैं, और ये आवेदन कलेक्टर क्या किसी क्लर्क के लिए भी दिया जाता तो इसकी अशुद्धियों के कारण शायद ये रिजेक्ट हो जाते।
बालाघाट में फिलहाल दीपक आर्य कलेक्टर हैं। लेकिन पद रिक्त होने की स्थिति में भी इस तरह की संभावना किसी तरह नहीं बनती कि किसी को आवेदन के आधार पर कलेक्टर का पद दिया जाए। हम सभी जानते हैं कि आईएएस बनने की प्रक्रिया बेहद कठिन एवं मेहनत भरी है। लेकिन इस युवक के कारनामे के बाद इनकी मासूमियत पर हंसा जाए या सिर पीटा जाए, ये तय कर पाना मुश्किल है।