सरकार हिन्दुओं को अच्छा घर, अच्छी शिक्षा और अच्छा रोजगार दिलाये : डॉ. तोगड़िया

Amit Sengar
Published on -

Balaghat News : बालाघाट जिले के दो दिवसीय प्रवास पर आए डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय हिन्दु परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल हिन्दु ही आगे लक्ष्य को लेकर समृद्ध हिन्दु, सुरक्षित हिन्दु और सम्मानयुक्त हिन्दु के भाव से काम कर रहा है, समृद्ध हिन्दु से तात्पर्य, स्वास्थ्य हिन्दु है, आज देश में अचानक हार्ट अटैक, किडनी फेल, कैंसर जैसी बीमारियां हो जाती है, जिसके इलाज के खर्च से ही व्यक्ति कर्जदार हो जाता है, जिसके लिए नये संगठन के माध्यम से नया कदम हमने उठाया है, जिसमें सुखी हिन्दु के लक्ष्य को लेकर एक लाख जगह पर हनुमान चालीसा केन्द्र हमने बनाये है, जिसमें एक करोड़ से ज्यादा हिन्दु परिवारों को जोड़कर हम, उन्हें केन्द्र में हनुमान चालीसा के पाठ से जोड़ने के साथ ही स्वास्थ्य हिन्दु अभियान के माध्यम से हम स्वास्थ्य प्रशिक्षण देंगे कि आखिर उन्हें भोजन में कितना नमक लेना है, चूंकि ज्यादा नमक ब्रेन हेमरेज, ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक की एक बड़ी वजह है। जिससे एक परिवार के प्रत्येक सदस्य को कितना नमक भोजन में लेना है, इसके साथ ही 15 पद्धति से रोगमुक्त और स्वस्थ्य रहने का प्रशिक्षण, हनुमान चालीसा केन्द्र आने वाले हिन्दुओं को दिया जायेगा। यही नहीं बल्कि गरीबों का जबलपुर और नागपुर जैसे महानगरों में निजी चिकित्सक से उपचार कराने की व्यवस्था भी, हमारे संगठन द्वारा की जायेगी।

प्रखर वक्ता डॉ. तोगड़ियो ने कहा कि इसके अलावा गांव-गांव में ब्लड प्रेशर, शुगर जांच, रक्तदान और स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प राम मंदिर निर्माण का था, वह हो रहा है, जिसके बाद नया काम हम अंतर्राष्ट्रीय हिन्दु परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल के माध्यम से कर रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार को जगाने की हमारी जिम्मेदारी है। यदि आज सरकारें गंभीर होती तो देश में दस करोड़ बेरोजगार नहीं होते और ना ही किसान कर्ज से आत्महत्या कर रहा होता। उन्होंने कहा कि देश में यदि हिन्दुओं को बचाना है तो जनसंख्या नियंत्रण कानून को बनाकर मुसलमानो की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रण में करना होगा।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”