बालाघाट/सुनील कोरे
17 मई की सुबह रेंजर कॉलेज के जंगल में युवक अंकित मेश्राम की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस के मुताबिक युवक की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। कोतवाली पुलिस ने गौरीशंकर नगर निवासी मृतक की पत्नी 35 वर्षीय बबिता मेश्राम, बबिता के प्रेमी बुढ़ी निवासी 45 वर्षीय गुड्डु उर्फ भीमेश और उनके साथी भटेरा निवासी 35 वर्षीय साजिद हुसैन उर्फ बिहारी को गिरफ्तार किया है। युवक अंकित के अंधे हत्याकांड का खुलासा एक प्रेसवार्ता के माध्यम से कंट्रोल रूम में एडीएसपी प्रतिपालसिंह महोबिया ने किया। इस दौरान सीएसपी सुमित केरकट्टा और कोतवाली थाना प्रभारी विजयसिंह परस्ते भी मौजूद थे।
प्रेमी और उसकी साथी ने मृतक की पत्नी बबिता के साथ मिलकर साजिश रची और हत्या को अंजाम दिया। अंकित मेश्राम की पत्नी बबिता मेश्राम का पिछले चार साल से भीमेश साठे के साथ प्रेम संबंध था। जिसकी जानकारी अंकित को हो गई थी जिसके बाद से वह पत्नी बबिता को परेशान करता था। प्रेम संबंध को लेकर पति द्वारा प्रताड़ित किये जाने से परेशान पत्नी बबिता ने प्रेमी भीमेश साठे के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। जिसमें उन्होंने अपने साथ साजिद हुसैन उर्फ बिहारी को साथ रखा। काफी समय पहले से अंकित की हत्या करने की योजना बना ली गई थी, जिसे 16 मई को अंजाम दिया गया। चूंकि अंकित, भीमेश का परिचित था इसलिए भीमेश और साजिद ने घटनास्थल पहुंचकर अंकित को पार्टी के बहाने वहां बुलाया और कुछ देर बाद उसकी गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी और शव पास ही नाले में फेंककर फरार हो गये।
पुलिस की जांच को भटकाने का प्रयास
आरोपी ने योजनाबद्व तरीके से युवक अंकित की हत्या को अंजाम देने के बाद उसकी हत्या के सुबूत को छिपाने के लिए कहानी को दूसरा मोड़ देने का प्रयास किया। आरोपियों ने मृतक अंकित के कमर के नीचे के कपड़े उतारे और उसे अर्धनग्न कर पास ही गमछा और आपत्तिजनक सामग्री रख दी, ताकि पुलिस की जांच से भटक जायें और आरोपी बच जायें।
वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन और सायबर सेल की मदद से आरोपियों तक पहुंची पुलिस।
शहर के रेंजर कॉलेज के जंगली क्षेत्र में युवक की संदेहास्पद परिस्थितियो में शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। चूंकि रोजाना ही उस क्षेत्र में लोग, प्रातः के दौरान घूमने जाते है। मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना की सूचना के तत्काल बाद सीएसपी सुमित केरकट्टा और थाना प्रभारी विजयसिंह परस्ते हमराह स्टॉफ के साथ घटनास्थल पहुंचे। जहां डॉग स्क्वाड और एफएसएल टीम की मदद से घटनास्थल की बारिकी से जांच करने के बाद, इस अंधे हत्याकांड में आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए आईजी, डीआईजी एवं पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और एडीएसपी के मार्गदर्शन में, सीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। जिसकी कमान कोतवाली थाना प्रभारी विजयसिंह परस्ते को सौंपी गई। इस दौरान मामले की विवेचना और सायबर सेल की मदद से मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने बुढ़ी रेलवे क्रासिंग के पास से युवक भीमेश साठे को पकड़ा। जिसे की गई पूछताछ में अंकित मेश्राम हत्याकांड की परत-दर-परत खुलते चली गई। जिसके बाद अंकित मेश्राम हत्याकांड में शामिल अन्य दो आरोपी मृतक की पत्नी और एक अन्य आरोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने मामले में गिरफ्तार तीनो ही आरोपी को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है।
इनकी भूमिका सराहनीय रही
रेंजर कॉलेज के जंगली क्षेत्र में युवक अंकित मेश्राम की हत्या मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने में कोतवाली थाना प्रभारी विजयसिंह परस्ते, उपनिरीक्षक वीरेशसिंह कुशवाहा, संदीप चौरसिया, अविनाश पांडे, पीएसआई दीपिका सिंगौर, प्रधान आरक्षक भूमेश्वर वामनकर, रामकिशोर बिसेन, आरक्षक शैलेष गौतम, गजेन्द्र माटे, योगेश पटेल, संजय भगत, महिला आरक्षक रीना नगपुरे, सुषमा कटरे, आरक्षक चंद्रसेन गौतम, रामकुमार रावेट एवं एफएसएल टीम की सराहनीय भूमिका रही।
इनका कहना है
मृतक अंकित की पत्नी के आरोपी भीमेश साठे के साथ चार सालों से प्रेम संबंध थे। जिसकी जानकारी अंकित को होने के बाद वह पत्नी को परेशान किया करता था। जिसके कारण पत्नी बबिता ने अपने प्रेमी और उसके साथी के साथ मिलकर पति के हत्या की साजिश रची। जिस साजिश के तहत आरोपी प्रेमी और उसके साथी ने गत दिनों अंकित की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। जिसकी विवेचना के दौरान पकड़ाये गये आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। मामले में सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया।
प्रतिपालसिंह महोबिया, एडीएसपी