रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया जिला मत्स्य अधिकारी, इस काम के एवज में मांगे थे 5 हजार रुपए, लोकायुक्त पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

लोकायुक्त पुलिस ने सहायक संचालक मत्स्य उद्योग आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।

Amit Sengar
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Lokayukta Action : नए वर्ष के पहले दिन लोकायुक्त की टीम ने प्रदेश में दो स्थानों पर कार्रवाई की है पहली कार्रवाई मऊगंज जिले में बीईओ कार्यालय के एकाउंटेंट को रिश्वत रंगे हाथ पकड़ा है। दूसरा मामला मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में कार्रवाई की है जहाँ लोकायुक्त टीम ने सहायक संचालक मत्स्य उद्योग नारायण प्रसाद रायकवार को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।

पीड़ित ने इंदौर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ऑफिस में दिया आवेदन

इंदौर लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, फरियादी महेश दिलवारे पिता फक्कन दिलवारें जिला बडवानी का है। जिसने एक शिकायती आवेदन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिया था। जिसमें शिकायत की गई थी कि पट्टे को रिन्यू करने के लिए रिश्वत की मांग की गई थी।

सहायक संचालक ने मांगी 5 हजार रुपये की रिश्वत

फरियादी महेश दिलवारे ने आवेदन में बताया कि जिले के राजपुर जनपद के ग्राम जलगोन अंतर्गत सिंचाईं जलाशय जल क्षेत्र 85.780 हेक्टेयर को पट्टे पर समिति के माध्यम से मछली पालन का कार्य करता था। वर्ष 2013 में तालाब का पट्टा 10 साल के लिए इसके द्वारा लिया गया था। पट्टे को रिन्यू करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिसे कलेक्ट बडवानी ने गलती पाए जाने पर निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद जनपद पंचायत राजपुर ने दोबारा विज्ञापन जारी किया था। जिस पर आदिवासी डूब प्रभावित मछ्या समूह जलगोन के अध्यक्ष बधा की ओर से उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर से स्थगन आदेश लिया गया। इसी स्थगन आदेश का जवाब आरोपी द्वारा प्रस्तुत करने के एवज में आवेदक से रिश्वत के तौर पर मांगे गए थे। आवेदक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में की।

barwani lokayukt

रिश्वत (Bribe) लेते सहायक संचालक रंगे हाथ गिरफ्तार

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने इसकी जांच की और सत्यता प्रमाणित होने पर एक ट्रैप दल बनाया, आज निर्धारित समय पर आवेदक ने आरोपी सहायक संचालक को जैसे 5 हजार रुपये दिए। वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचारी सहायक संचालक को रंगे हाथों पकड़ा लिया। इस पूरे मामले में आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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