MP Tourism : खजुराहो के मंदिरों की कामुक मूर्तियां और वास्तुकला है आकर्षण का केंद्र, ऐसा है इतिहास

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MP Tourism : मध्‍यप्रदेश के बुंदेलखंड में स्थित खजुराहो देशभर में प्रसिद्ध है। यहां देश ही नहीं विदेश से भी लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां कई सारी धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर है जो बेहद खूबसूरत होने के साथ प्रमुख है। खजुराहो विंध्‍य पर्वत श्रृंखला की पृष्‍ठभूमि में स्थित है। विश्व धरोहर में खजुराहो का नाम आता है। यहां के मंदिर गांव की शान है। यहां दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं।

खास बात यह है कि खजुराहो पर्यटन को यहां बने हुए मंदिर बढ़ावा देते हैं। यहां के मंदिरों की वास्तुकला देखने लायक है। अगर आप भी मध्यप्रदेश घूमने आए हैं तो खजुराहो जाना ना भूलें। क्योंकि खजुराहो एक ऐसी जगह है जहां आपको मंदिरों में अलग-अलग तरह की वास्तुकला देखने के साथ-साथ वहां के इतिहास को जानने का मौका मिलेगा।

अनूठी और जुनून से भरी है मूर्तियां –

MP Tourism, khajurao

 

आपको बता दें, यहां बनाए गए मंदिरों को खुदाई करके बलुआ पत्थर से तैयार किया गया है। साथ ही यहां की मूर्तियां भी बलुआ पत्थर से बनाई गई है। आप सभी ने खजुराहो के बारे में तो सुना ही होगा। क्योंकि यहां बनी हुई मूर्तियां सारी दुनिया में विख्यात है। दरअसल अनूठी और जुनून से भरी यह मूर्तियां देखने में काफी ज्यादा आकर्षित है।

इन मंदिरों के कर सकते हैं दर्शन –

अगर आप खजुराहो घूमने के लिए जा रहे हैं तो यहां पर आपको 64 योगिनी, जावेरी, देवी जगदंबा, विश्वनाथ, केंद्रीय महादेव, लक्ष्मण मंदिर और अन्य कई मंदिर घूमने का मौका मिलेगा। इतना ही नहीं खजुराहो का नृत्य महोत्सव आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र है। जो 25 फरवरी से 2 मार्च तक चलता है। इस दौरान सबसे ज्यादा पर्यटक इसमें हिस्सा लेने के लिए दुनिया भर से आते हैं।

कामुक मूर्तियां आकर्षण का केंद्र –

MP Tourism, khajuraho

खजुराहो के मंदिरों में बनी कला और मूर्तियां जीवन के उत्‍सव पर आधारित हैं। मूर्तियों की नक्‍काशी में जीवन की भव्‍यता, मनुष्‍य की रचनात्‍मकता और खुशियों को दर्शाते हुए बनाई गई है। यहां की वास्‍तुकला देख आप का दिल खुश हो जाएगा। दरअसल, मंदिर में कामुक मूर्तियां बनाई गई है। जो हिंदूओं के कामदेव देवता को समर्पित है। खजुराहो के इन मंदिरों को भारत के सात आश्‍चर्यो में से भी गिना जाता है।

इतिहास –

खजुराहो मंदिरों को 950 – 1050 ई. के बीच मध्‍य भारत पर शासन करने वाले चंदेल वंश के शासकों द्वारा बनवाया गया था। खजुराहों में कुल 85 मंदिरों बना कर तैयार किए गए थे लेकिन अब सिर्फ 22 ही बचे थे। यहां बनाए गए मंदिर कामुकता से भरे हुए है। 1986 में खजुराहो की धरती को यूनेस्‍को द्वारा विश्‍व विरासत स्‍थल घोषित कर दिया गया था।

यहां तक कैसे पहुंचे –

खजुराहो तक आप यातायात के सभी साधनों से पहुंच सकते हैं। इस शहर में एक एयरपोर्ट, एक रेलवे स्‍टेशन और बस स्‍टेशन है। इसके अलावा आपको टूरिस्ट गाइड भी यहां मिल जाएंगे।

 


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Ayushi Jain

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