बैतूल, वाजिद खान। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) में परतवाड़ा हाईवे पर ग्राम झल्लार में शनिवार शाम को तेज रफ्तार ट्रक के कुचलने से मासूम समेत 3 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। जिसके चलते ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। रविवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क पर शव रख कर स्टेट हाईवे (State highway) पर चक्काजाम (traffic jam) कर दिया। वही पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारी झल्लार टीआई और 2 पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस अधिकारी और विधायक पहुंचे और समझाने की कोशिश की गई लेकिन ग्रामीण नहीं माने। शाम को एसपी बैतूल ने झल्लार टीआई दीपक पारासर को हटा दिया और एसडीओपी कार्यालय (SDOP Office) में अटैच कर दिया । 6 घंटे बाद ग्रामीण माने और सड़क से लाश उठाई ।
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आदिवासी कोरकू उन्नतशील समाज संगठन के नेतृत्व में कई गांवों के ग्रामीणों ने तीनों लाशों को सड़क पर रख कर चक्का जाम किया और जम कर नारेबाजी की । प्रदर्शन की सूचना मिलते ही बैतूल और भैंसदेही से अधिकारी मौके पर पहुचे । इसके साथ ही भैंसदेही के विधायक धरमु सिंह सिरसाम (Dharamu Singh Sirsam) भी मौके पर पहुचे। सभी ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन इसका उल्टा असर हुआ और ग्रामीणों पुलिस और नेताओं के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी ।ग्रामीणों का साफ कहना था कि कल की जा रही चालानी कार्यवाही के कारण यह हादसा हुआ और तीन लोगों की जान गई। उनकी मांग थी कि चालानी कार्यवाही कर रहे टीआई दीपक पाराशर और पुलिसकर्मी रामराव पंडाग्रे एवं गयाप्रसाद रंभारिया सहित सभी मौजूद पुलिसकर्मियों को झल्लार थाने से हटाया जाएं। अधिकारियों की लाख समझाईश के बावजूद प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े थे कि जब तक दोषी पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्यवाही नहीं होती, उनका चक्काजाम समाप्त नहीं होगा।
दरअसल शनिवार शाम को झल्लार में पुलिस द्वारा मास्क को लेकर चालानी कार्यवाही की जा रही थी। इसके चलते सड़क पर कुछ वाहन खड़़े थे। एक लाइन से बैतूल से परतवाड़ा की ओर ट्रक जा रहा था। पुलिस को देख ट्रक चालक तेजी से ट्रक भगा कर ले जाया जा रहा था। इसके चलते बाइक सवार तीनों लोगों की कुचलने से मौके पर ही मौत हो गई थी। जिसके चलते ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। वजह शनिवार शाम को झल्लार में सड़क दुर्घटना में हुई 3 लोगों की मौत था। दरअसल, ग्राम बोरगांव लायवानी निवासी नीलू मौसिक (26), अपनी चाची रामकली (27) और 11 महीने की चचेरी बहन परी के साथ मोटर साइकिल से बोथिया पलासपानी जा रहा था। इसी दौरान वो हादसे का शिकार हो गए।
विधायक, अफसरों की समझाइश नाकाम
मौके पर पहुचे विधायक धरमू सिंह सिरसाम ने यहां ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नही माने। एसडीओपी शिवचरण बोहित, शाहपुर और मुलताई एसडीओपी, भैसदेही एसडीएम, एडीएम के पहुचने के बावजूद ग्रामीण नही माने।आखिर करीब पौने सात बजे कार्रवाई के आश्वासन के बाद यह जाम खत्म हुआ और परिजन शव लेकर रवाना हुए।
एमएलए और एसडीओपी से अभद्रता
प्रदर्शन के दौरान कई बार ऐसे मौके भी आये जब प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। कई महिलाएं तो इतनी नाराज हुई कि वे एमएलए और एसडीओपी से अभद्रता करने से भी नही चुकि। उन्होंने विधायक और SDOP पर चप्पलें तक तान दी।
बैतूल डीएसपी पल्लवी गौर का कहना है कि कल एक्सीडेंट में तीन लोगों की दुखद मौत हो गई थी। इसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी थी उनका कहना था कि मास्क की चेकिंग को लेकर जो पॉइंट बनाया गया था वह गलत था और उसके कारण एक्सीडेंट हुआ है । उनकी यह मांग थी कि टीआई को हटाया जाए । टीआई झल्लार को हटा दिया गया है और उन्हें एसडीओपी कार्यालय भैंसदेही में अटैच कर दिया गया है जांच का आश्वासन दिया गया है। पूरे घटनाक्रम की जांच की जाएगी। ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है ।
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