Betul News : नवरात्रि में जन्म लेने वाली 20 कन्याओं को किया सम्मानित, पढ़े पूरी खबर

Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के उद्देश्य से अब बेटी बधाई नवाचारी योजना के अंतर्गत रविवार को जिला चिकित्सालय में नवरात्र में अभिनव कार्यक्रम शिक्षकों द्वारा आयोजित किया गया कार्यक्रम संयोजक शैलेन्द्र बिहारिया ने बताया कि 2 वर्ष से छोटी कन्या का पूजन करने से दुःख, दरिद्रता और कई प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। साथ ही घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इस आयु की कन्या को कुमारी कहा जाता है। नवरात्र में जन्म लेने वाली कन्याओं को जिला चिकित्सालय में मच्छरदानी युक्त सुंदर-सुंदर बेड उपहार में दिए गए साथ ही चुनरी भेंट कर उन्हें नमन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षा विभाग के जिला योजना अधिकारी सुबोध शर्मा उपस्थित थे उंन्होने कहा कि नवरात्रि में मनुष्य प्रकृति रूपी दुर्गा स्वरूप कन्याओं का पूजन करके साक्षात माँ भगवती की कृपा पा सकते हैं। कन्या पूजन नवरात्रि पर्व के किसी भी दिन या कभी भी कर सकते हैं।

20 कन्याओं को बांटे उपहार

देवी भागवत पुराण के अनुसार हवन,जप और दान से देवी इतनी प्रसन्न नहीं होतीं जितनी कन्या पूजन से प्रसन्न होती हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में माता की कृपा पाने के लिए कन्याओं के विविध रूपों की पूजा करने का विधान है। इसीलिए नवरात्रि के इन नौ दिनों तक प्रतिदिन इन देवी स्वरूप कन्याओं को अपनी श्रद्धा के अनुसार भेंट देना अति शुभ माना गया है। इस अवसर पर शैलेन्द्र बिहारिया ने कहा किबेटियों के जन्म पर कन्याओं का पूजन कर उपहार देने से माताएं भी गौरवान्वित महसूस करती है यह प्रोत्साहन का नया तरीका है इस अवसर पर चंचल पांसे व मनोहर मालवीय ने कहा कि आज भी बेटी के जन्म पर लोग मुह बनाते है जबकि कन्या पूजनीय है ऐसे लोग नवरात्र में कन्या पूजन के लिए बेटियों को खोजते है। इस अवसर पर गणमान्य नागरिक व पत्रकार रूपेश मंसुरे, पत्रकार वाजिद,पत्रकार गोलू पवार ने भी 20 बालिकाओं को उपहार बांटे।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”