Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मजदूरों को महाराष्ट्र के सोलापुर में बंधक बनाए जाने की सूचना पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम को उस वक्त काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ गया जब उन्हें सोलापुर पहुंचकर पता चला कि मजदूर तो कर्नाटक के किसी क्षेत्र में है। इसके बाद कर्नाटक स्थानीय प्रशासन से बैतूल प्रशासन द्वारा समन्वय बनाकर करीब 9 मजदूरों को सारी औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद वापस बैतूल लाया गया।
बताया जा रहा है कि मोहदा थाना क्षेत्र के पास कासमार खंडी, पडार गांव के रहने वाले 9 मजदूरों को सोलापुर में बंधक बनाए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला कलेक्टर अमनबीर सिंह और एसपी सिद्धार्थ चौधरी के निर्देश और मार्गदर्शन पर एक टीम का गठन किया गया था। इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस प्रशासन, जन साहस संस्था और अन्य की मदद से मजदूरों को छुड़ाने सोलापुर पहुंचे। यहां से सूचना मिलने के बाद कर्नाटक पहुंचकर मजदूरों को सकुशल घर लाया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा जिन मजदूरों को कर्नाटक से लाया गया है उसमें गोपाल पिता हरिशंकर परसाई 24 वर्ष कासमारखंडी, फूलवती बाई पिता हरिराम परसाई 16 वर्ष कासमारखंडी, कमलेश पिता अंतराम इवने 13 वर्ष कासमारखंडी, लुलीबाई पति बिस्सू परसाई 28 वर्ष कासमारखंडी, कलावती पिता गोपाल परसाई, वर्ष कासमारखंडी, छोटू पिता गोमा परसाई 22 वर्ष कासमारखंडी, दीपक पिता हरिराम 20 वर्ष पडार, जयवंती पिता बाबूराव धुर्वे 15 वर्ष पडार, विमला पिता किसन धुर्वे 18 वर्ष कासमारखंडी शामिल है।
मजदूरों को मुक्त कराने गठित की गई टीम में चंद्रप्रकाश बसोड श्रम निरीक्षक श्रम विभाग, केडिया धुर्वे उप निरीक्षक पुलिस विभाग मोहदा, श्रीमती मीरा ठाकुर केस वर्कर महिला बाल विकास, सुभाष काजले प्रधान आरक्षक पुलिस विभाग मोहदा, गायत्री पेंद्रे आरक्षक पुलिस विभाग मोहदा, सुश्री पल्लवी टाकरकर जिला समन्वयक जन साहस संस्था, रामचंद्र चिल्हाटे जन साहस संस्था एवं पंकज यादव जन साहस संस्था शामिल है। मजदूरों ने शासन से प्रशासन से बची हुई मजदूरी का पैसा दिलाने एवं शासन द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से जुडऩे के लिए गुहार लगाई है।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट