Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल में जिला किसान कांग्रेस कमेटी ने अघोषित बिजली कटौती बंद करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान पुतले को लेकर पुलिस और किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों के बीच झूमाझटकी भी हुई है।
यह है पूरा मामला
किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रमेश गायकवाड़ ने बताया कि बिजली सप्लाई में बैतूल जिले के किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। जिससे किसानों की खरीफ फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है, बावजूद इसके सर्वे नहीं कराया जा रहा है। प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि कांग्रेस की मनमोहन सरकार में राजीव गाँधी विद्युती करण में करोड़ो रुपये से पावर हाउस, ग्रामीण / शहरी फीडर का विस्तार हुआ था। बीजेपी सरकार ने तब से अब तक बिजली पावर बढ़ाने का काम नहीं किया। बीजेपी की घोषणा के अनुसार आज तक एक भी दिन 8 घंटे बिजली किसानो को नहीं मिली, यह बैतूल जिले के किसानों के साथ धोख घड़ी है। बीजेपी सरकार ने बिजली चोरी के फर्जी प्रकरण बनाकर लाखो किसानो से कराड़ो रुपये पेनाल्टी सहित वसूले तथा निर्दोष किसानो को जेल भेजा।
बता दें कि विधानसभा चुनाव परिणाम के स्वार्थ को देखते हुए बिजली चोरी के प्रकरण बिना शर्त वापस लिये तब किसानों के द्वारा आत्महत्या भी की थी। 5 एच.पी. की मोटर पंप को 10 एच.पी. बताकर अधिक भार के बिजली बिल पेनाल्टी सहित वसूल लिये। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार में अब बैतूल जिले के किसानों को रात में सिचाई के लिए बिजली देने का निर्णय लिया है, जो कि बैतूल जिले के किसानों के साथ अन्याय है, अन्य पंसदीदा जिलों को दिन में बिजली मिल रही है जिससे यह बैतूल जिले के किसानों के साथ भेद-भाव साफ दिखाई दे रहा है। बारिश नहीं होने से फसलें सूख रही है। 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान आज ही हो चुका है। इसके लिए सर्वे का आदेश जारी कराने की मांग करते हुए फसल नुकसान का 100 प्रतिशत फसल बीमा / फसल मुआवजा देने की मांग की गई है। किसानों को बिजली सप्लाई पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के 15 महीने के कार्यकाल के समयानुसार बिजली दें। तथा अतिशीघ्र फसल का सर्वे कराकर फसल बीमा / सफल मुआवजा 2022 खरीफ सहित देने की कृपा करें। अन्यथा किसान कांग्रेस जिले तथा प्रदेश में आंदोलन करेगी।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट