Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में पुरानी पेंशन बहाली और नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता देने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने रविवार को आक्रोश रैली का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कर्मचारियों ने आंदोलन के तहत आक्रोश रैली का किया आयोजन
बता दें कि पुरानी पेंशन बहाली के राष्ट्रीय आंदोलन के तहत आक्रोश रैली का आयोजन किया है। जिसमे पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि 797 जिलों में कर्मचारियों ने एक साथ इस रैली का आयोजन किया है। इनमें वे राज्य शामिल नहीं है जहां पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई है। आज बैतूल में कर्मचारियों ने कर्मचारी भवन से बड़ी आक्रोश रैली का आयोजन किया जो पेट्रोल पंप चौराहे से बस स्टैंड, लल्ली चौक होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां कर्मचारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव को संबोधित इस ज्ञापन में दो सूत्री मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई है।
मध्यप्रदेश एवं केंद्र शासन के समस्त एनपीएस धारी शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों की नेशनल पेंशन स्कीम (NPS)योजना बंद कर मध्यप्रदेश राज्य के शिक्षकों, अधिकारियों कर्मचारियों को सिविल सेवा (पेंशन) नियम 1976 एवं केंद्रीय अधिकारियों और कर्मचारियों को केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियमावली 1972 को लागू करते हुए पुरानी पेंशन योजना (OPS) पुनः बहाल की जाए। मध्यप्रदेश शासन के उपक्रम एवं स्वायत संस्थान सहित मध्यप्रदेश में कार्यरत नवीन शैक्षणिक संवर्ग के शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि की गणना के साथ वरिष्ठता का लाभ पेंशन और ग्रेच्युटी में दिया जाए।
वही जिलाध्यक्ष रवि सरनेकर ने बताया कि प्रदेश में 6.50 लाख लगभग शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारियों के लिए नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) योजना लागू है। यह नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) शेयर मार्केट और एन्युटी की ब्याज दर पर आधारित है। जिसमें पेंशन की कोई निश्चित गारंटी नहीं है, और ना ही इसमें प्राप्त पेंशन राशि आत्मनिर्भर जीने योग्य है। कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु होने पर पारिवारिक पेंशन का प्रावधान भी नहीं है। नेशनल पेंशन स्कीम से प्राप्त पेंशन की राशि में महंगाई के साथ कोई वृद्धि भी नहीं होती है। नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) योजना से सेवानिवृत्ति पर पांच सौ, एक हजार से लेकर तीन हजार रुपए के लगभग पेंशन राशि प्राप्त हो रही है। जिसमें आश्रित परिवार के सामने घोर वित्तीय संकट आ जाता है।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट