Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। जहाँ दक्षिण बैतूल वनमंडल अंतर्गत आठनेर वन परिक्षेत्र में मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर वन विभाग ने अवैध सागौन लकड़ी जब्त करने में बड़ी सफलता हासिल की। वनमण्डलाधिकारी दक्षिण (सा.) वनमण्डल बैतूल विजयानन्तम टी.आर. के मार्गदर्शन तथा उपवनमंडलाधिकारी मुलताई संजय साल्वे के निर्देशन में वन परिक्षेत्र अधिकारी आठनेर अतुल भोयर द्वारा गश्ती दल का गठन कर रात्रि गश्ती की गई। गश्ती दल ने दाबका से कुमुद्रा मार्ग के निकट नाले और उसके आस-पास छुपाकर रखी गई अवैध सागौन लकड़ी को बरामद किया। कुल 68 नग सागौन चरपटों (1.8 घनमीटर) को जब्त किया गया। जब्त सागौन की अनुमानित कीमत लगभग 92 हजार रुपये आंकी गई है। वन विभाग ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया है। डीएफओ विजयानन्तम टी.आर. का कहना है इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य अवैध लकड़ी तस्करी पर रोक लगाना और वन संपदा की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। प्रकरण की विवेचना जारी है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई में शामिल टीम
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में कई अधिकारियों और कर्मचारियों की विशेष भूमिका रही। परिक्षेत्र सहायक बनोड़ा पंजाबराव महाजन, परिक्षेत्र सहायक कालापखान ब्रजलाल उईके, वनरक्षक श्री रमेश सहरिया, सूरज बेठे, अजीत कौरव, विक्की परतेती, प्रमोद निमजे, कामूलाल ईवने, रोहित उईके, साजिद खान, रविश कंगाले, खेलेन्द्र रहंगडाले, भूमित मालवीय, रामकुमार धुर्वे तथा वाहन चालक नूर मोहम्मद ने इस अभियान में सक्रिय भाग लिया।
दक्षिण वन मंडल के गश्ती दल की सतर्कता का परिणाम
दक्षिण बैतूल वनमंडल में की गई इस कार्रवाई ने वन विभाग की सतर्कता और समर्पण को उजागर किया है। वनमंडलाधिकारी विजयानन्तम टी.आर. और उपवनमंडलाधिकारी संजय साल्वे के मार्गदर्शन में की गई यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अन्य क्षेत्रों में भी अवैध गतिविधियों पर नजर रखने और उन पर कार्रवाई करने के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। वन विभाग इस मामले की जांच में जुटा है और दोषियों को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है। वन संपदा की सुरक्षा और संरक्षण के लिए यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी, जिससे भविष्य में अवैध तस्करी पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। दक्षिण बैतूल वनमंडल की यह कार्रवाई अवैध सागौन लकड़ी की तस्करी को रोकने में सफल रही। इस कार्यवाही ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को भी प्रदर्शित किया है।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट