Betul Crime News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में पुलिस ने रानीपुर के जंगल में मिली सिर कटी महिला की लाश के मामले में आज पुलिस कंट्रोल में पत्रकारवार्ता आयोजित कर खुलासा कर दिया। पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के दौरान हुई मारपीट में महिला की मौत हो गई थी इसके बाद पति और उसके बेटे ने आरी से सिर काटकर निशाना में पेट्रोल डालकर जला दिया वहीं धड़ को हनुमान डोल मंदिर के पुल के नीचे छिपा दिया था।
यह है मामला
बता दें कि महिला की सिर कटी लाश 29 दिसम्बर 2022 को मिलने पर एसपी सिमाला प्रसाद, एएसपी नीरज सोनी, रोशन जैन एसडीओपी ने इसे गंभीरता से लेते हुए धारा 302, 201 भादवि के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश प्रारंभ कर दी थी।आरोपी की तलाश हेतु सायबर की मदद लेकर घटना के दौरान वहां से गुजरे सैकड़ों लोगों से पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं सम्पूर्ण टीम के साथ पूछताछ की गई एवं साथ ही साथ थाना क्षेत्र के समस्त ग्रामों में अपराध के सम्बन्ध में पूछताछ की गई परन्तु कोई जानकारी नहीं लगने से पुलिस अधीक्षक द्वारा विवेचना को वृहद स्तर पर ले जाने के लिये निर्देश देते हुए आरोपी तलाश हेतु अधिकारीयों की एस.आई.टी का गठन किया गया।
एसआईटी द्वारा बैतूल जिले के सीमावर्ती होशंगाबाद, छिंदवाडा, हरदा खंडवा, खरगौन के अलावा भोपाल इंदौर के साथ साथ महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिले अमरावती, नागपुर, अकोला व अन्य जिलों से गुम महिलाओं की जानकारी प्राप्त की गई जिसमें गुम 500 से भी ज्यादा महिलाओं की जानकारी प्राप्त कर मृत महिला की पहचान करने का प्रयास किया गया उक्त कार्यवाही में विभिन्न व्यक्तियों से पूछताछ की गई लेकिन सफलता नहीं मिली।
भाई ने कराया मामला दर्ज
13 मार्च को थना गंज में दिलीप डांगी निवासी सागर ने रिपोर्ट किया कि उसकी बहन का तीन माह से कोई पता नहीं चल पा रहा है और बातचीत भी नहीं हो रही है। जीजा से पूछने पर वह भी कोई सटीक जवाब नहीं दे रहे हैं। रिपोर्ट पर जब पुलिस ने गुम इंसान कायम कर गुम इंसान महिला के पति शैलेंद्र राजपूत व परिजनों को पूछताछ हेतु थाना तलब किया गया लेकिन शैलेंद्र रंग पंचमी के दिन से फरार हो गया।
एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि पुलिस का शैलेंद्र पर शक और गहरा गया था। शैलेंद्र की तलाश हेतु मुखबिर लगाये गये एवं उसका पुराना आपराधिक रिकार्ड चैक करने पर पता चला गया पहली पत्नी को भी जलाकर मार दिया था। जिसको लेकर पुलिस ने आरोपी शैलेद्र के खिलाफ थाना कोतवाली में अपराध क्र. 134/05 धारा 498 ए, 304 बी आईपीसी दहेज प्रतिषेेध अधिनियम का पंजीबद्ध किया गया था और वह इस मामले में जेल भी गया था। बैतूल जिले के इतिहास में पहली बार वन विभाग का बंकर काण्ड सामने आया था जिसमें बंकर बनाकर आरा मशीन लगाकर अवैध सागौन की कटाई की जाती थी। पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी शैलेंद्र राजपूत वनकर्मी था जिसे निकाल दिया गया था। वर्ष 2010 में हुए बंकर काण्ड में भी शामिल था। उसके खिलाफ अन्य के विरुद्ध अप.क्र. 454, 455/10 घारा 3.5, लोक संघ निवारण अधिनियम व 379, 120 बी भादवि का दर्ज किया गया था।
मृतिका राधा बाई राजपूत के लापता होने पर आरोपी ने मोहल्ले वालों को बताया कि वह दो माह से मायके गई हुई है। इस मामले में मृतिका के भाई दिलीप डांगी का जब बहन से संपर्क नहीं हुआ तो वे बैतूल आए और उन्होंने गंज थाने में बहन की गुम इंसान दर्ज कराया जिसके बाद पूरे मामला का खुलासा हुआ। दिलीप डांगी का कहना है कि उनकी बहन दो साल से मायके नहीं आई थी। और पिछले तीन माह से उससे संपर्क नहीं हुआ। बहन को उसका जीजा प्रताडि़त करता था। एक-दो बार शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन बहन के मना करने पर शिकायत वापस लेनी पड़ी। शराब पीकर मारपीट की घटनाएं आए दिन होती थी।
आरोपी ने कबूल किया अपराध
शैलेंद्र की तलाश हेतु सायबर की मदद से शैलेंद्र की काल डिटेल्स् से शैलेंद्र का पुणे, महाराष्ट्र में होना पाया गया जिसके चलते त्वरित पूणे टीम रवाना की गई जिनके द्वारा संदेही को श्री निवास कम्पनी नवलखा उमरी के आसपास तलाश करते पकड़ा व आज 23 मार्च वापस बैतूल लेकर आये आरोपी द्वारा पूछताछ में जल्द ही अपराध करना स्वीकार कर बताया कि दिनांक 07 दिसंबर 2022 को उसके गंज स्थित घर पर उसका उसकी पत्नी मृतिका राधा राजपूत से विवाद होने से उसके द्वारा मारपीट की गई जिसमें मृतिका की मृत्यु हो गई बाद में आरोपी द्वारा मृतिका की लाश छुपाने के लिये दिन भर लाश अपने घर पर ही छुपाये रखा| रात को अपनी निजी कार से अपने नाबालिग बेटे के साथ मृतिका को हनुमान डोल मंदिर की पुलिया के पास ले जाकर फेंक दिया और वही मृतिका का सिर अपने बेटे की मदद से आरी से काट कर अलग कर दिया व सिर को ग्राम निशाना शाहपुर में पेट्रोल डालकर जलाना बताया घटना में आरोपी द्वारा बताया गया कि आरोपी शैलेद्र रंगपंचमी के दिन से फरार होने के बाद से गोविन्द वरकड़े के कल्लढाना स्थित घर पर छुप कर रह रहा था एवं गोविन्द वरकडे को उसके द्वारा हत्या के सम्बन्ध में इसी दौरान बताया गया था व गोविन्द द्वारा ही उसे पूणे से छुपकर रहने के लिये व्यवस्था कराई गई थी।
पुलिस जांच में हत्या को लेकर कई कारण सामने आए हैं। जिसमें प्लॉट बेचने के बाद रुपए का लेनदेन भी एक कारण है। बताया जाता है कि आरोपी ने सागर में साले के माध्यम से प्लॉट बेचा था और उसके रुपए पूरे नहीं मिले थे इसको लेकर विवाद हो रहा था। और वापस नहीं करने पर इस बात को लेकर पत्नी से विवाद हुआ। पति ने गुस्से में पत्नी से मारपीट की और उसकी मौत हो गई। इसके अलावा पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी में हमेशा ही विवाद होते रहता था। पति के अवैध संबंध को भी नकारा नहीं जा सकता।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट