Betul News : सुसाइड करने के लिए रेलवे प्लेटफॉर्म की शेड पर चढ़ा युवक, कड़ी मशक्कत के बाद जीआरपी ने उतारा

Amit Sengar
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Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में रेलवे स्टेशन पर उस समय हडक़म्प मच गया था जब एक युवक रेलवे के प्लेटफार्म की शेड पर चढक़र ट्रेन संचालित होने वाला तार पकडक़र आत्महत्या करने की कोशिश करने लगा। जब युवक के विषय में जीआरपी को जानकारी मिली तो जीआरपी के जवानों ने युवक को बातों में उलझाकर बमुश्किल नीचे उतारा। जीआरपी की सक्रियता से युवक की जान बचा ली गई। बताया गया है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है और वह ओवर हेड इलेक्ट्रिक वायर को पकडक़र आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा था।

ओएचई केबल पकडऩे का कर रहा था प्रयास

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को 31 वर्षीय इस युवक की पहचान राकेश धुर्वे पिता धनराज धुर्वे निवासी ग्राम जूनापानी गोंडी मोहल्ला थाना साईंखेड़ा के रूप में हुई है। यह युवक आज अपने कुछ निजी कारणों से आत्महत्या करने के लिए रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 1 पर पर बने शेड पर चढ़ गया था। यह युवक छत से गुजर रही ओ एच ई केबल को उछलकर पकडऩे का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान यात्रियों ने हल्ला मचाया तो जीआरपी पुलिस को इसकी जानकारी हुई।

तत्काल बंद करवाई डाऊन मेन लाइन

युवक के प्लेटफार्म के शेड पर चढक़र आत्महत्या करने की कोशिश करने की जानकारी जैसे ही जीआरपी चौकी प्रभारी को मिली। जीआरपी चौकी प्रभारी रविश यादव के नेतृत्व में आरक्षक कुलदीप लोटे, दिलीप नरवरे मौके पर पहुंचे। चौकी प्रभारी रविश यादव ने युवक को जोखिम में देखा तो सबसे पहले रेलवे के ओएचई विभाग से संपर्क कर तुरंत ओएचई डाउन मेन लाइन बन्द करवा दी। इस दौरान मेन लाइन पर ट्रेनों को आवाजाही भी रोक दी गई। यह युवक बार बार छत से गुजर रही इलेक्ट्रिक वायर को ही छूने की कोशिश कर रहा था। रवीश यादव और उनकी टीम ने आत्महत्या करने बाले युवक को अपनी बातों में उलझाया।

बातों में उलझाकर नीचे उतारा

इस दौरान सिपाही कुलदीप लोटे, दिलीप नरवरे और आरपीएफ आरक्षक हरविंदर को सिविल ड्रेस में छत पर चढ़ाया गया। ये लोग युवक से बात करते हुए आत्महत्या करने बाले युवक के पास पहुंचे और उसे दबोच लिया। रवीश यादव ने बताया की युवक मानसिक रूप से कमजोर है। वह इलेक्ट्रिक केबल को पकड़ कर आत्महत्या की कोशिश कर रहा था। अगर समय रहते बिजली सप्लाई बंद नही की जाती तो यह युवक बिजली की चपेट में आकर झुलस भी सकता था। युवक के परिजनों को बैतूल बुलवाकर उनके सुपुर्द किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह रेलवे स्टेशन के ओवर ब्रिज के जरिए शेड पर पहुंच गया था।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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