बैतूल, वाजिद खान। मध्य प्रदेश के बैतूल (betul) में डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है यह कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब एक बैतूल में एक डॉक्टर युवक को मौत के मुंह से खींच लाया। सीने में असहनीय दर्द के इलाज के लिए युवक निजी अस्पताल पहुँचा था, जहां रिसेप्शन पर स्टूल बैठा युवक अचानक गिर गया, डॉक्टर का दावा है कि युवक के रिसेप्शन से आईसीयू तक पहुंचने की स्थिति के करीब डेढ़ घंटे में 40 बार उसकी सांसे रुकी और हर बार उसकी सांसे डॉक्टर ने लौटाई। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर के अथक प्रयास से युवक की जिदंगी बच सकी।
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जानकारी के मुताबिक 25 साल का युवा क्रिकेटर 21 फरवरी की रात 11 बजे सीने में असहनीय दर्द होने पर परिजनों के साथ जिला मुख्यालय के एक निजी अस्पताल पहुँचा। युवक रिसेप्शन पर अपनी एंट्री करा रहा था और डॉक्टर भी रिसेप्शन के पास ही खड़े होकर मोबाईल चेक कर रहे थे। अचानक रिसेप्शन पर स्टूल पर बैठा क्रिकेट खिलाड़ी जमीन पर गिर गया। डॉक्टर का दावा है कि उसकी सांसे थम चुकी थी। तत्काल डॉक्टर श्याम सोनी ने मरीज का उपचार करना शुरु कर दिया। 15-20 मिनट तक लगातार उसी स्थान पर कार्डियक मसाज दी, एक इंजेक्शन और फिर इलेक्ट्रिक शॉक दिया। आखिर जिंदगी और मौत के बीच हो रही जंग में सांसों की जीत हुई और जिदंगी लौट गई। युवक की चेतना वापस आने पर उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया।
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युवक के रिसेप्शन से आईसीयू तक पहुंचने की स्थिति के करीब डेढ़ घंटे में 40 बार उसकी सांसे रुकी और हर बार डॉक्टर ने प्रयास कर उसकी सांसे लौटाई। डॉक्टर ने जो कोशिश की वह पूरा नजारा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। मरीज की एंजियोग्राफी से जानकारी मिली तो इस बात का खुलासा हुआ कि युवक के हार्ट में 80 प्रतिशत ब्लॉकेज है। यह ब्लॉकेज ही कार्डियक अटैक का कारण बन गए। मरीज के परिजन डॉक्टर श्याम सोनी के प्रयासों की सराहना करते नहीं थक रहे।