बैतूल। विधानसभा चुनाव से निपटने के बाद अब कांग्रेस ने बागियों को निपटाना शुरू कर दिया है। टिकट वितरण के बाद निर्दलीय और दूसरे दलोंं का दामन थामने वाले नेताओं को पार्टी बाहर का रास्ता दिखा रही है। कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह उइके समेत 6 कांग्रेसियों को 6 वर्ष के लिए निलंबित कर दिया है। इससे पहले भी कांग्रेस की बागियों का निष्कासन कर चुकी है।
बैतूल जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि प्रताप सिंह उईके को पार्टी ने 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है। उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिला था। इसलिए उन्होंने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उनके साथ पांच और कांग्रसियों को निलंबित किया गया है। इनमें प्रताप सिंह उईके, ओम प्रकाश गुप्ता, रिजवान कुरैशी, राकेश साहू, संतोष पांडे, मनीराम यादव को किया निलंबित किया गया है।
गौरतलब है कि घोडाडोंगरी विधानसभा 132 से 2 बार रहे है विधायक। वह इस सीट से प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन टिकट नहीं मिलने नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया था। वर्तमान में इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। मंगल सिंह धुर्वे यहां के विधायक हैं। 2016 के उपचुनाव में बीजेपी के मंगल सिंह धुर्वे ने कांग्रेस के प्रताप सिंह उईके को शिकस्त दी थी। इससे पहले 2013 के चुनाव में बीजेपी के सज्जन सिंह उईके ने कांग्रेस के ब्रम्हा को हराया था। सज्जन सिंह को 77793 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस के ब्रम्हा को 69709 वोट मिले थे। सज्जन सिंह ने ब्रम्हा को 4 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। 2008 के चुनाव की बात करें तो इस बार भी बीजेपी को जीत हासिल हुई थी। बीजेपी के गीता रामगीलाल उईके ने कांग्रेस के प्रताप सिंह को हराया था। दोनों के बीच हार जीत का अंतर 8 हजार से ज्यादा वोट का था। घोड़ाडोंगरी विधानसभा के सियासी इतिहास की बात करें तो अब तक हुए कुल 13 चुनावों में कांग्रेस ने 4 बार तो बीजेपी ने 6 बार जीत हासिल की है. वहीं जन संघ ने 2 बार और जनता पार्टी ने 1 बार जीत दर्ज की।